खंडवा में 14 साल के जगदीश सुसाइड केस की कहानी: दादा का आरोप- पड़ोसी खेत वाले ने सोयाबीन चोरी का आरोप लगा बेटे को पीटा

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खंडवा16 मिनट पहले

मृतक जगदीश पिता रामकृष्ण पटेल।

खंडवा में धनतेरस के दिन एक 14 साल के बालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पढ़ाई में होशियार बालक ने स्कूल छोड़ मजदूरी में मन लगा लिया, ताकि माता-पिता व दादा-दादी का भरण-पोषण कर सकें। इस सुसाइड केस में नई कहानी सामने आई है। उसके दादा का आरोप है कि पड़ोस के खेत वाले ने पोते पर सोयाबीन चोरी का आरोप लगाकर खूब मारा। जबकि, हमारे पोते की कोई गलती नहीं थी। उसे जान से मारने तक की धमकी दी और मुझे व मेरी पत्नी को भी घर आकर पीटा। प्रताड़ना से तंग आकर ही पोते ने यह कदम उठाया है।

गांव बंजारी निवासी 65 वर्षीय मंशाराम पटेल का कहना है कि, 14 साल के उनके पोते जगदीश पिता रामकृष्ण पटेल ने जिस रस्सी से फांसी लगाई है, वह हमारे घर की नहीं है। हमें संदेह है कि जिस पड़ोसी खेत वाले ने बेटे को सोयाबीन चोरी का झूठा आरोप लगाकर पीटा, उसी ने ही हमारे घर पर आकर बेटे को फंदे पर लटका दिया। क्योंकि, घटना के समय परिवार का कोई भी व्यक्ति घर पर नहीं था। इधर, इस संबंध में परिजनों ने थाना छैगांवमाखन में शिकायत दर्ज कराई कि खेत पड़ोसी अर्पण पाटीदार ही रामकृष्ण की मौत का जिम्मेदार है, उस पर कार्रवाई की जाए। पुलिस ने पीएम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया।

छोटी सी किराना दुकान चलाता था जगदीश

बता दें कि, जगदीश के माता-पिता मानसिक रुप से दिव्यांग है। वहीं, दादा-दादी का घर अलग है। रामकृष्ण इकलौता बेटा था, इसलिए उसने पढ़ाई छोड़कर मजदूरी करने लगा। ताकि परिवार का भरण-पोषण कर सकें। मजदूरी के अलावा उसने किराना दुकान खोल रखी थी। घर के पड़ोस में एक खेत है, खेत मालिक अर्पण पाटीदार ने सोयाबीन का एक कट्‌टा चोरी होने की बात पर जगदीश व उसके दादा-दादी के साथ मारपीट की। जगदीश ने कहा कि मैंने कोई चोरी नहीं की, जबरन ही आप आरोप लगा रहे हो, इस पर पाटीदार ने जान से मारने की धमकी दी थी। इसी बात से जगदीश घबराया हुआ था। जैसा कि दादा मंशाराम पटेल का कहना है।

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