स्फटिक श्री यंत्र प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव: 51 हजार श्री सूक्त के पाठ के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा अर्चना

[ad_1]
सीहोरएक घंटा पहले
- कॉपी लिंक

सीहोर के भोपाल नाका स्थित कार्य मंगलम में श्री शक्ति सेवा संस्थान का पांच दिवसीय स्फटिक श्री यंत्र प्राण-प्रतिष्ठा, महालक्ष्मी अनुष्ठान और विशेष यज्ञ त्रिअनुष्ठान का आयोजन किया जा रहा है। रविवार को यहां पर मौजूद श्रद्धालुओं ने ब्राह्मणजनों के सानिध्य में सुबह फलों के सर से देवी मां का अभिषेक किया। 1000 हजार मोती, मूंगा, लोंग और इलाईची से सहास्त्रार्चन किया। महा आरती का आयोजन किया गया।
ज्योतिषार्चय अनिल सोनी ने बताया कि सोमवार को दिवाली के पावन अवसर पर सुबह श्रीयंत्र का पूजन आदि के साथ 1000 कमल गट्टे से सहस्त्रार्चन की जाएगी। यज्ञाचार्य पंडित पियुष शर्मा ने बताया कि माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कुबेर की पूजन-अर्चना करके कुबेर मंत्र का जप करें। ऋग्वेद में माता लक्ष्मी की उपासना के लिए श्री सूक्त के मंगलकारी मंत्रों का उल्लेख है। श्रीसूक्त मंत्र का पाठ करने के पश्चात हवन करें, हवन करते हुए भी इसी मंत्र का जाप करें। श्रीसूक्त पाठ से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए श्री सूक्त पाठ करना शुभ माना गया है। इस मंत्र में श्री सूक्त के पंद्रह छंदों में अक्षर, शब्दांश और शब्दों के उच्चारण से अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी के ध्वनि शरीर का निर्माण किया जाता है। श्रीसूक्त ऋग्वेद के पांचवें मण्डल के अन्त में होता है। सुक्त में मंत्रों की संख्या पन्द्रह है। सोलहवें मंत्र में फलश्रुति है।
Source link