स्कूल की छत से गिरा छात्र: शिक्षकों की घोर लापरवाही, लंच के समय छत पर खेल रहे थे छात्र
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मुरैनाएक घंटा पहले
मुरैना में एक छात्र स्कूल की छत से नीचे गिर पड़ा। जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया। छात्र के पैर व कमर में चोटें आई हैं। छात्र लंच अवकाश के समय छत पर अन्य छात्रों के साथ खेल रहा था, अचानक छज्जे पर झुका और नीचे गिर गया। छात्र काफी देर तक पड़ा रहा लेकिन स्कूल के शिक्षकों ने उसकी खबर नहीं ली। बाद में गली से गुजर रहे लोगों ने शिक्षकों को खबर की तब उन्होंने जाकर उसे उठाया। बाद में छात्र को जिला जौरा चिकित्सालय ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे एम्बूलेंस से जिला चिकित्सालय मुरैना रैफर कर दिया। घटना बुधवार की है। बता दें, कि छात्र जौरा के शासकीय प्राथमिक विद्यालय क्रमांक-2 में पढ़ता है। लंच अवकाश के दौरान स्कूल के शिक्षक अपने काम में व्यस्त थे। उसी दौरान अन्य छात्रों के साथ यह छात्र भी स्कूल की छत पर जाकर खेलने लगा। बिना मुंड़ेर की छत होने के कारण खेलते समय छात्र छत से नीचे जा गिरा और बेहोश हो गया। लोगों ने बताया कि छात्र बेहोशी की हालत में लगभग आधे घंटे तक नीचे पड़ा रहा लेकिन किसी ने उसकी सुध नहीं ली। बाद में राहगीरों ने स्कूल के शिक्षकों को बताया तब जाकर शिक्षकों ने छात्र को उठाया और जौरा शासकीय चिकित्सालय लेकर पहुंचे।
जानकारी देते हुए छात्र की मां
मुरैना अस्पताल किया रैफर
छात्र को लेकर उसके माता-पिता व शिक्षक जब जौरा शासकीय चिकित्सालय पहुंचे तो छात्र की गंभीर हालत देखकर चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल मुरैना रैफर कर दिया। छात्र को लेकर उसके माता-पिता एम्बूलेंस से मुरैना जिला अस्पताल पहुंचे जहां मौके पर मौजूद चिकित्सकों ने छात्र को देखा व उसका इलाज किया।
मौके पर पहुंचे आरएमओ व सिविल सर्जन
छात्र के पहुंचते ही सिविल सर्जन डॉॅ. विनोद गुप्ता व आरएमओ डॉ. गुर्जर मौके पर पहुंचे तथा उन्होंने छात्र का चेकअप करने के बाद उसे मेडीकल वार्ड में भर्ती कर लिया।
मौके पर मौजूद सिविल सर्जन व आरएमओ
शिक्षकों की घोर लापरवाही
इस मामले में स्कूल के शिक्षकों की घोर लापरवाही सामने आ रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि लंच के समय स्कूल के शिक्षक छात्रों पर ध्यान नहीं देते हैं और अपने लंच करने में लग जाते हैं। वहीं छात्र स्कूल की छत पर खेलते रहते हैं। मुंडेर न होने के कारण छात्र गिर जाते हैं। जिला अस्पताल में मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष शर्मा व शिक्षा विभाग के अन्य भी पहुंच गए थे, लेकिन वे शिक्षकों पर कार्रवाई करने के वजाय उनका पक्ष लेते नजर आए।
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