सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम: योगाचार्य ने छात्र-छात्राओं को बताया दिनचर्या में योग का महत्व, कहा- ‘करो योग, रहो निरोग’

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डिंडौरी27 मिनट पहले
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मंगलवार को शासकीय महाविद्यालय परिसर में एक दिवसीय सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके तहत योग के दैनिक दिनचर्या का महत्व योगाचार्य ने छात्र-छात्राओं को बताया। सेमिनार के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य और स्टाफ के साथ छात्र-छात्राएं मौजूद रही।
योगाचार्य ने कहा- ‘करो योग, रहो निरोग’ का दिया मंत्र
महाविद्यालय परिसर में आयोजित संगोष्ठी में योगाचार्य ब्रज बिहारी ने छात्र-छात्राओं को योग के विभिन्न आयाम, आसन योग करके बताए। योगाचार्य ने बताया कि योग करने से सारी बीमारियां अपने आप खत्म हो जाती है। हमें डॉक्टर के पास नहीं जाना पड़ता। मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु आलस्य है, इसलिए रोज सुबह सूर्योदय के पहले उठना चाहिए। योग करना चाहिए।
कौन और कैसे बनता है महात्मा
प्रोफेसर डॉक्टर बीपी झारिया ने बताया कि महात्मा का अपनी सभी इंद्रियों पर नियंत्रण होता है। इसी कारण वह महान आत्मा को धारण करने वाला महात्मा कहलाता है। महान व्यक्ति बनने के योग तप और त्याग करने की आवश्यकता होती है।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
योग संगोष्ठी में अजय भूषण, एसबी उरैती, कविता धुर्वे, डॉक्टर किरण सिंह, डॉक्टर ओमप्रकाश पटेल, डॉक्टर आसफा तबस्सुम, डॉक्टर स्मिता, लक्ष्मी प्रसाद अहिरवार, पारुल श्रीवास्तव, राकेश साहू, राजदीप यादव, सहित छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।

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