धमतरी : बेमौसम वर्षा से कटाई-मिंजाई में पिछड़े किसान
धमतरी, 17 अक्टूबर। पिछले कई दिनों से हर रोज रुक-रुककर वर्षा होती है। बादल वाला मौसम बना रहता है, ऐसे में धान फसल तेजी से नहीं पक पा रही है। वहीं खेताें में पानी भरा हुआ है और जमीन गीला है, ऐसे में फसल व जमीन के सूखने का इंतजार कर रहे हैं। खराब मौसम और बेमौसम वर्षा के चलते किसान इस साल कटाई-मिंजाई में पिछड़ने लगा है।
इस साल अंचल में समय पर वर्षा हुई। खरीफ खेती-किसानी समय से पहले शुरू हो गई। वर्षा भी बेहतर हुई। किसानों के खेतों में धान फसल भी अच्छा है। अर्ली वेरायटी के फसल पककर तैयार है, लेकिन पिछले कई दिनों से हो रही वर्षा से खेतों में पानी भरा हुआ है। जमीन गीला है, इसके लिए किसान तैयार फसल की भी कटाई नहीं करा पा रहे हैं। खेतों में हार्वेस्टर भी नहीं जा पा रहे हैं। कटाई-मिंजाई के लिए किसानों को अब मौसम खुलने का इंतजार है, लेकिन अधिकांश दिन बादल वाला मौसम निकल आता है, इससे धान फसल समय पर नहीं पक पा रही है। ऐसे कई कारणों के चलते इस साल किसान खरीफ सीजन के तैयार धान फसल की कटाई-मिंजाई में पिछड़ने लगा है। दशहरा पर्व को मनाने के बाद अंचल में कटाई-मिंजाई में तेजी रहता है, लेकिन इस साल तो खराब मौसम व वर्षा के चलते 10 प्रतिशत कटाई-मिंजाई शुरू नहीं हो पाया है, इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
अंचल के ग्राम लोहरसी, परसतराई, पोटियाडीह, खपरी, भानपुरी, अर्जुनी, देमार समेत कई अन्य गांवों में अर्ली वेरायटी के तैयार धान फसल की कटाई-मिंजाई शुरू हो गई है। वर्षा के चलते फसल गला होने के कारण मिंजाई के बाद उत्पादित धान को गली व आंगन में सूखाना पड़ रहा है। इसके बाद ही वे धान को बेच पाएंगे। किसान ओंकार साहू, गुलाब राम, आशीष कुमार, भूपेन्द्र देवांगन का कहना है कि धान में नमी है, ऐसे में सूखाना पड़ रहा है। आए दिन हो रही वर्षा से धान फसल तेजी से नहीं पक पा रही है, इससे कटाई-मिंजाई में किसान दिनोंदिन पिछड़ने लगा है। जबकि फसल खेतों में तैयार है। वर्षा थम जाए और मौसम खुले तो अंचल में तेजी के साथ धान फसल की कटाई-मिजाई शुरू हो जाएगी। जबकि इस साल एक नवंबर से जिले में समर्थन् मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो रही है। इस संबंध में कृषि उप संचालक मोनेश साहू का कहना है कि किसानों के धान फसल खेतों में तैयार है, लेकिन बेमौसम वर्षा के चलते समय पर कटाई-मिंजाई नहीं हो पा रहा है।
