सर्किट हाउस में माधवराव सिंधिया की प्रतिमा लगाने का विरोध: क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष ने कहा- उन्होंने क्षेत्र के लिए कुछ नहीं किया

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टीकमगढ़38 मिनट पहले
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शहर के सर्किट हाउस में पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया की प्रतिमा लगाई जा रही है। प्रतिमा बनकर तैयार है, सर्किट हाउस के सामने बने पार्क में स्थापित भी कर दी गई है। प्रतिमा के अनावरण से पहले ही विरोध इसका विरोध शुरू हो गया है। सोशल मीडिया पर कई सामाजिक संगठनों के लोग सिंधिया की प्रतिमा को लेकर पोस्ट किया है।
क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह बुंदेला ने सोमवार को सर्किट हाउस में माधवराव सिंधिया की प्रतिमाएं लगाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि सर्किट हाउस में 28 लाख की लागत से प्रतिमा स्थापित कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर मंजूरी दिलाई गई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर आपत्ति जताई है।

क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र सिंह बुंदेला ने पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर अपत्ति जताई है।
महाराजा छत्रसाल, प्रताप सिंह जू देव की प्रतिमा लगाने की मांग
इसमें उन्होंने लिखा कि मैं टीकमगढ़ के आम जनमानस से पूछना चाहता हूं कि क्या सर्किट हाउस में प्रतिमा लगाने की आवश्यकता है। आवश्यकता है तो टीकमगढ़ को सजाने संवारने वाले सर्किट हाउस के निर्माता महाराज प्रताप सिंह जू देव, वीर महाराजा छत्रसाल या जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की प्रतिमा स्थापित की जानी चाहिए। स्वर्गीय माधवराव सिंधिया का टीकमगढ़ जिले के विकास में ना तो कोई योगदान रहा है, ना ही उनका इस क्षेत्र से खास लगाव रहा है।

ग्वालियर से बनकर आई प्रतिमा
सर्किट हाउस में प्रतिमा लगाए जाने के बारे में पीडब्ल्यूडी ईई आरके विश्वकर्मा ने बताया कि माधवराव सिंधिया की प्रतिमा ग्वालियर से तैयार कर भेजी गई है। हमें सिर्फ इसका स्तंभ बनाए जाने के निर्देश मिले थे। स्तंभ बनाने के बाद प्रतिमा लगा दी गई है। अब इस प्रतिमा का अनावरण कब होना है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। राजशाही दौर में तैयार सर्किट हाउस परिसर में माधवराव सिंधिया की प्रतिमा लगाए जाने के मामले में अब भाजपा और कांग्रेस के बड़े नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
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