वीडियो कॉन्फ्रेंस में CM ने की प्रशंसा: MP में रीवा जिला किलकारी अभियान में अव्वल, 42 से पहुंचा नंबर 2, गर्भवतियों को ऐप से मिल रही जांच से लेकर एंबुलेंस की सुविधा

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रीवा6 मिनट पहले
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रीवा जिले के कार्यों की गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समीक्षा की। CM ने कलेक्टर मनोज पुष्प के कार्य करने के ढंग को देखते हुए प्रशंसाओं के पुल बांध दिए। कहा कि रीवा जिला किलकारी अभियान में अव्वल है। जिला प्रशासन की पहल पर महिला एवं बाल विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने मिलकर रीवा जिले को 42 नंबर से 2 नंबर पर पहुंचा दिया है। इसके लिए रीवा कलेक्टर बधाई के पात्र है।
एडीएम शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि जिले में 6 महीने पहले किलकारी अभियान की शुरुआत की गई है। यहां महिलाओं और बच्चों की बढ़ रही मृत्यु दर को रोकने के लिए कलेक्टर मनोज पुष्प ने सभी विभागों की बैठक लेकर सुझाव मांगे। इसके बाद गर्भवतियों की समस्याओं से संबंधित ऐप बनवाया। महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका, आशा कार्यकर्ताओं की ब्लॉक स्तर पर टीम गठित की।

मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंस में मध्य में बैठे कलेक्टर
ऐसे हुई शुरूआत
सबसे पहले किलकारी ऐप के माध्यम से हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को ट्रैक किया जाएगा। साथ ही चिन्हित हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को ऐप से सूचित कर एनीमिया, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज एवं अन्य हाई रिस्क के लक्षण वाली महिलाओं को ऐप के माध्यम से अलर्ट किया जाएगा। जिससे एनीमिया एवं हाई रिस्क का प्रबंधन कर सुरक्षित प्रसव कराया जा सके।
एप से अस्पताल तक की ट्रैकिंग
डिलीवरी डेट के 15 दिन पहले ऐप के माध्यम से सूचना देकर आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं को सही समय पर 108 और जननी एक्सप्रेस के माध्यम से प्रसव केंद्र तक लेकर गई। जिससे रेफरल में हो रही देरी और प्रसव की जटिलता को रोका जा सके। साथ ही हाई रिस्क गर्भवती के ब्लड आदि की पहले से व्यवस्था तैयार कर ली जाती थी।

आंगनबाड़ी केन्द्र में बच्चे का जन्म दिन मनाते कलेक्टर मनोज पुष्प।
ब्लॉक स्तर पर आयोजित कराए शिविर
जिला कार्यक्रम प्रबंधक अर्पिता सिंह ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर ब्लॉक स्तर में प्रसूताओं की जांच के लिए शिविर, रक्तदान शिविर लगाए गए। कलेक्टर ने खुद रक्तदान किया। वहीं अन्य विभाग के आला अधिकारियों से रक्तदान की मुहिम छेड़ी। जिससे समय पर महिलाओं को रक्त मिल गए। आज रीवा कलेक्टर की पहल का ही नतीजा है कि जिले की मातृ मृत्यु दर में कमी आई है। अब हमारे जिले की रैंकिंग भी 42 से 2 हो गई है।
आंगनबाड़ी को लिया गोंद, दूसरों को किया प्रेरित
रीवा जिले में आंगनबाड़ी की स्थित में सुधार लाने के लिए कलेक्टर ने दो केन्द्रों को गोंद लिया। साथ ही अपने बच्चे का जन्म दिन भी आंगनबाड़ी केन्द्र में मनाया। वहीं अन्य विभाग के अफसर, जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया है। जिससे लोग आंगनबाड़ी केन्द्रों में आना जाना शुरू किए। आज सभी आंगनबाड़ी केन्द्री की स्थिति पहले से बेहतर है।
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