बेमौसम बारिश से परेशानी: अमरावती नदी की बाढ़ में बही पुलिया, रास्ता बंद, टूटा संपर्क

[ad_1]

बुरहानपुर7 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

अक्टूबर में हो रही लगातार बारिश अब लोगों के लिए परेशानी बन गई है। एक ओर फसलों को नुकसान हो रहा है, वहीं पहाड़ी-बरसाती नदी-नालों के अचानक उफान पर आने से रास्ते बंद हो रहे हैं। बुधवार सुबह अमरावती नदी में आई बाढ़ से चौंडी व मालवीर के बीच बनी पुलिया का बड़ा हिस्सा बह गया। इससे रास्ता बंद हो गया व चौंडी का बुरहानपुर व आसपास के गांवों से संपर्क टूट गया। अब यहां के डेढ़ हजार लोगों को जंगल के रास्ते आवाजाही करना पड़ेगी लेकिन इस रास्ते से बाइक लेकर गुजरना मुश्किल है।

चौंडी व मालवीर को जोड़ने के लिए 2 दशक पहले पुलिया बनाई गई थी। इस साल अमरावती नदी में आई बाढ़ से पुलिया बह गई थी। इससे यहां से आवागमन बंद हो गया था। इसे दोबारा बनाने में देरी व बारिश का मौसम देखते हुए प्रशासन ने अस्थायी तौर पर पुलिया का क्षतिग्रस्त हिस्सा तोड़कर खरवा व आरसीसी डालकर आवागमन शुरू कराया था। किसी काे अंदेशा नहीं था कि अक्टूबर में नदी में ऐसी बाढ़ आएगी। बुधवार सुबह जंगल क्षेत्र में तेज बारिश होने से अमरावती नदी उफान पर आ गई। बाढ़ का पानी आधा घंटे तक पुलिया के ऊपर से बहा।

इससे पुलिया के जिस हिस्से की मरम्मत की थी, वह टूट कर बह गया। पानी कम होने पर भी बहाव इतना ज्यादा था कि 10 मीटर का हिस्सा बह गया। इस दौरान चौंडी व मालवीर के कई लोग पुलिया के दोनों ओर फंसे थे। कई लोगों ने मोबाइल से इसके वीडियो भी बना लिए।

जंगल का रास्ता संकरा और कीचड़ भरा

पुलिया बहने से अब डेढ़ हजार की आबादी वाले चौंडी का सीधा संपर्क जिले से टूट गया है। ग्रामीणों को अब जंगल के रास्ते आना-जाना होगा। लेकिन यह रास्ता काफी खराब है। संकरा रास्ता कीचड़ से भरा है। यहां से बाइक निकालना भी मुश्किल होता है। ज्यादातर ग्रामीण पैदल ही इस रास्ते से गुजरते हैं। चार पहिया वाहन इस रास्ते से गांव नहीं आ-जा सकता।

इलाज और इमरजेंसी में होगी परेशानी, जल्द सुधार की मांग
पुलिया बहने के कारण अब अमरावती नदी में जलस्तर ज्यादा रहने तक लोगों को जंगल के रास्ते से आना-जाना होगा। सबसे ज्यादा परेशानी बीमार और गर्भवतियों को मालवीर तक ले जाने में होगी। इमरजेंसी में यहां एंबुलेंस सहित अन्य कोई वाहन नहीं पहुंच सकेंगे। ज्यादा गंभीर स्थिति बनने पर अमरावती नदी के तेज बहाव के बीच से आवागमन करना होगा। समस्या को देखते हुए लोगों ने पुलिया की मरम्मत जल्द कराने और अगली बारिश के पहले नई पुलिया बनाने की मांग की है।

हर जरूरी काम के लिए जाना पड़ता है मालवीर पंचायत
मालवीर पंचायत के उप सरपंच बलवंत पाटिल ने बताया चौंडी से आवागमन के लिए अब जंगल का रास्ता ही बचा है। यह रास्ता मोहद से होकर गुजरता है। लेकिन रास्ता खराब होने से लोग परेशान होते हैं। हमने पुलिया की मरम्मत जल्द करने की मांग की है, क्योंकि चौंडी के ग्रामीणों को हर जरूरी काम के लिए मालवीर पंचायत आना होता है। जंगल के रास्ते को बनाने का भी प्रस्ताव है, लेकिन इसका उपयोग ज्यादातर किसान ही करते हैं।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button