ताप्ती नर्मदा रेलवे लाइन समिति की बैठक: अभी नहीं तो कभी नहीं, सर्वे नहीं स्वीकृति चाहिए जैसे नारों के साथ दोहराया संकल्प

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खरगोनएक घंटा पहले
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वृक्षतीर्थ मेहरजा में हुई बैठक में शामिल हुए गणमान्यजन।
शहर के समीप वृक्षतीर्थ मेहरजा में रविवार को ताप्ती नर्मदा रेलवे लाइन समिति की जिला स्तरीय बैठक आयोजित की गई। इसमें मप्र और भारत सरकार द्वारा निमाड़ के साथ रेलवे लाइन को लेकर किये जा रहे सौतेले व्यवहार के प्रति आक्रोश जाहिर किया गया। साथ ही अभी नहीं तो कभी नहीं, सर्वे नहीं स्वीकृति चाहिए जैसे नारों के साथ रेलवे लाईन लाने के संकल्प को दोहराया गया।
समिति के जिलाध्यक्ष दामोदर अग्रवाल ने बताया कि हमारी रेल लाइन का सर्वे कई बार हुआ लेकिन इसे हानि का प्रोजेक्ट बताकर खारिज कर दिया जाता रहा है। जबकि निमाड़ को मिर्ची और कपास उत्पादन के मामले में दुनिया भर में जाना जाता है। यहां कपड़ा उद्योग, फ़ूड प्रोसेसिंग, सोयाबीन और मिर्च के मामले में अपार संभावनाएं हैं। रेलवे लाइन मिल जाए तो यहां का माल देश विदेश में भेजा जा सकता है। सरकार एक तरफ तो आदिवासियों के हितों की बात करती है दूसरी तरफ खरगोन बड़वानी आदिवासी बाहुल्य जिलों को रेल से वंचित रख रही है।
यहां के जनप्रतिनिधि भोपाल और दिल्ली तक मांग को मनवाने में अब तक असफल रहे हैं। उन्होंने अपील की कि अब जनता को सड़कों पर उतरना होगा। रेलवे समिति के यशवन्त सिंह राठौर ने बताया बैठक में आंदोलन की आगामी रूपरेखा तैयार की गई है। इसके अंतर्गत जनजागृति अभियान चलाए जाएंगे। बैठक में नरेंद्रसिंह चावला, पूर्व इंजीनियर राधेश्याम पाटीदार, कुबेर जोशी, कैलाश शर्मा, राजेन्द्र तिवारी, अशोक मेहता, कृष्णराव शर्मा, त्रिलोक डंडीर, प्रतीक पवार, राहुल सोनी, लखन चोधरी, कैलाश कुशवाह सहित क्षेत्र के गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
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