सीहोर में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व: मुस्लिम समाजजनों ने निकाला भव्य जुलूस, लहराया तिरंगा, अमन चैन की मांगी दूआ

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सीहोर7 घंटे पहले

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हजरत पैगम्बर मोहम्मद का जन्मदिन (ईद मिलाद-उन-नबी) रविवार को शहर में उत्साह से मनाया गया। इस दौरान शहर के मुख्य मार्गों से जुलूस निकला, जुलूस ने शहर भ्रमण किया। अनेक स्थानों पर विभिन्न संगठनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। सांप्रदायिक सद्भाव की मिसाल दिखी और हिंदू-मुस्लिम एकता का नजारा दिखा।

मुस्लिम त्योहार कमेटी के संरक्षक नईम नवाब ने बताया कि इससे पहले शहर की सभी मस्जिदों में विशेष रूप से नवाज करने के साथ ही देश के अमन और भाईचारे की दुआ की। जुलूस में अनेक युवाओं ने भारत मां के जयकारें के साथ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी लहराया। चल समारोह में डीजे और अखाड़े के साथ समाज के कई वरिष्ठ शामिल रहे। दोपहर दो बजे शहर के पान चौराहे से जुलूस निकाला गया। जो शाम को कस्बा स्थित भोपाली फाटक पर समापन किया।

उन्होंने बताया कि ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व है। इस्लाम धर्म का यह बेहद महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद का जन्म हुआ था। उनके जन्मदिन को याद करने और इसे खुशी से मनाने के लिए रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मनाया जाता है। इस दिन लोग घरों और मस्जिदों में पवित्र कुरान को पढ़ते हैं।

माना जाता है कि कुरान पढ़ने और पैगम्बर मोहम्मद के संदेशों का पाठ करने से अल्लाह की रहम बरसती है। इस दिन जुलूस निकाला जाता है और गरीबों को खाना खिलाया जाता है। इस मौके पर अनेक घरों पर पकवान बनाए गए थे, जिनका वितरण जरूरतमंदों को किया गया। चल समारोह के दौरान शरीफ भाई कबाड़ी, रफीक भाई कस्बा, अमन भाई दूल्हा बादशाह, रेहान नवाब का अनेक स्थानों पर स्वागत किया गया।

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