बाजार मुस्कुराया: अपनी कार से सफर बढ़ा, पहली बार पेट्रोल-डीजल की खपत 70% तक बढ़ी; सरकार के खजाने में 69% ज्यादा पैसा आया

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भोपालएक घंटा पहले
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इस तरह रही अब तक ग्रोथ…
मप्र में कोविड के बाद हर मध्यमवर्गीय खुद की निजी कार चाहता है। नतीजतन डीलर्स के यहां हर वाहन की लंबी वेटिंग है। कंपनियां मांग पूरी करने के लिए सालों बाद तीन-तीन शिफ्टों में काम कर रही हैं। सड़कों पर निजी वाहन से आने-जाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इससे पेट्रोल-डीजल की खपत से सरकार का खजाना भर रहा है। 30 सितंबर को खत्म हुई छमाही में पेट्रोल-डीजल की खपत 70% ज्यादा रही। नतीजतन सरकार के राजस्व में भी 69% की बढ़ोतरी हुई।
खास बात यह है कि यह साल-दर-साल का आंकड़ा नहीं है। सरकार राजस्व की सही तस्वीर पता करने के लिए सारे राजस्व के आंकड़ों की तुलना कोरोना के पहले वाले साल यानी 2019 से कर रही है। 2020-21 और 2021-22 को सरकार कोविड प्रभावित वर्ष मानती है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल का 40%-50% राजस्व वर्ष की अंतिम तिमाही या जनवरी-मार्च में आता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि वर्तमान वृद्धि दर के हिसाब से यह राजस्व 18,000 करोड़ रुपए के पार कर सकता है। 2019-20 में सरकार को पेट्रोल-डीजल से 10,720 करोड़ रुपए मिले थे। राज्य जीएसटी का संग्रह भी 2019 की तुलना में 27% ज्यादा है।
रिटेल मार्केट में भी तेजी
रिटेल मार्केट के जानकार कहते हैं कि इस समय बाजार में हर वस्तु की मांग है। भोपाल चेंबर ऑफ कॉमर्स के कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार बांगड़ कहते हैं कि बाजार में यह ग्राहकी दो दशक में पहले कभी नहीं देखी गई। यह तेजी दीपावली के बाद भी जारी रहेगी। गाड़ियों की तरह टीवी, फ्रिज की डिमांड भी ज्यादा है।
अकेले जीएसटी से ही 25 हजार करोड़ से ज्यादा मिलेंगे, पिछले साल से 3 हजार करोड़ ज्यादा
जीएसटी विशेषज्ञ मुकुल शर्मा कहते हैं कि इस साल सरकार को अकेले जीएसटी से ही 25 हजार करोड़ रुपए से अधिक मिलेंगे। पिछले साल सरकार को 22 हजार करोड़ रुपए मिले थे। लेकिन 2019-20 में यह कर संग्रह 19 हजार करोड़ रुपए के करीब था। इसी तरह की स्थिति रियल एस्टेट में भी देखने को मिल रही है। नतीजतन सरकार को स्टाम्प ड्यूटी से मिलने वाले राजस्व में 46% की वृद्धि देखने को मिल रही है। सरकार को पहली छमाही में करीब 4100 करोड़ रुपए का राजस्व रजिस्ट्री से मिला है। साल के अंत में यह बढ़कर 10 हजार करोड़ के पार हो सकता है।
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