मरीज की सेल्फी विथ कलेक्टर…: गुना जिला अस्पताल में मिलेंगे प्राइवेट रूम; कलेक्टर ने निरीक्षण में दिए निर्देश

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Guna
- Private Room Will Be Available In Guna District Hospital; Collector Gave Instructions In Inspection
गुना40 मिनट पहले
आजकल हर किसी पर सेल्फी का खुमार छाया हुआ है। चाहे बच्चा हो या बूढ़ा, पुरुष हो या महिला, हर कोई सेल्फी का शौकीन है। ऐसा ही एक मामला जिला अस्पताल में उस समय सामने आया जब कलेक्टर अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। एक मरीज से जब वह हालचाल पूछ रहे थे तो मरीज ने पहले कलेक्टर के साथ सेल्फी ली। उसने कहा कि वह कलेक्टर से काफी प्रभावित है। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने प्रबंधन को कई निर्देश दिए।
कलेक्टर फ्रैंक नोबल ए शुक्रवार शाम को जिला अस्पताल के निरीक्षण पर पहुंचे। यहां उन्होंने हर वार्ड, स्टोर रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों के हाल-चाल जाने और अस्पताल की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। साथ ही मरीजों को दिए जा रहे उपचार और दवाओं की जानकारी भी ली। निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन की बैठक भी ली। बैठक में उन्होंने जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
मरीज ने ली सेल्फी
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर फ्रैंक नोबल ए सर्जिकल डिपार्टमेंट में पहुंचे। यहां शमशाद मोहम्मद नाम के मरीज भर्ती थे। उनके सिर की सर्जरी हुई थी। जब कलेक्टर उनसे हाल-चाल पूछने लगे तो मरीज ने अपनी जेब से मोबाइल निकालकर पहले सेल्फी ली। उन्होंने कलेक्टर से कहा कि वह पहले एक सेल्फी लेने चाहता है। इसके बाद कलेक्टर ने उनसे उपचार संबंधी जानकारी ली। वह उपचार की व्यवस्थाओं से संतुष्ट नजर आए।
कलेक्टर से हूँ प्रभावित
मरीज शमशाद मोहम्मद ने दैनिक भास्कर को बताया कि वह रामनगर सरकारी स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। वह कलेक्टर की कार्यशैली से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने बताया कि कलेक्टर से उनकी कई बार मुलाकात हुई है। हमारे जिलाधीश ऐसे ही होने चाहिए और जिले की तरक्की के लिए वह हमेशा सोचते हैं। वह हर बार नया कुछ करते रहते हैं। एक बार वह स्कूल में आये तो उन्होंने बच्चों से कुछ सवाल पूछे। एक बच्ची ने जब सही जवाब दिया तो कलेक्टर ने अपना पेन उसे बतौर इनाम दिया था।
प्राइवेट रूम होंगे उपलब्ध
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर प्राइवेट वार्ड में पहुंचे तो वहां सभी कमरों में ताला लगा हुआ था। कलेक्टर ने प्रबंधन से इसकी जानकारी ली तो पता चला कि यह लंबे समय से बंद हैं। प्राइवेट वार्ड मांगने वाले मरीजों के लिए यह उपलब्ध नहीं हैं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि जितने भी कमरे हैं, उन्हें खुलवाया जाए। जो भी मरीज प्राइवेट रूम की मांग करता है, उसे रूम दिया जाए। इसके लिए कुछ शुल्क तय कर लिया जाए। शुल्क से साथ मरीज को प्राइवेट रूम दिया जाए। इससे जो पैसा आता है, उसे RKS में जमा करा दिया जाए।

अस्पताल में भर्ती मरीजों से जानकारी लेते कलेक्टर।
कलेक्टर ने ये दिए निर्देश
-अस्पताल परिसर और वार्डों की साफ-सफाई पर और विशेष ध्यान दिया जाए। अभी थोड़ी कमी है।
-कायाकल्प के जो काम होने हैं, उन्हें स्पष्ट कर लिया जाए। जनरल तरीके से से न लिखा जाए।
-अस्पताल परिसर में विधायक निधि से रोड का टेंडर अपलोड हो गया है। यह काम पूरी गुणवत्ता के साथ कराया जाए।
-5 लाख तक के जो कार्य होने हैं, उन्हें स्पष्ट तौर पर तय कर किया जाए। जैसे पुताई, वाटर कूलर, रोटी मेकिंग मशीन आदि।
Source link




