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- CM Played Manjira, Scindia Worshiped In Royal Dress, Kamal Nath Said Support The Truth
भोपाल38 मिनट पहले
मध्यप्रदेश समेत देशभर में बुधवार को दशहरे की धूम रही। इस दौरान मप्र के तीन दिग्गज नेताओं ने भी अपने-अपने अंदाज में विजया दशमी पर्व मनाया। सीएम शिवराज सिंह चौहान पत्नी साधना सिंह के साथ बाबा महाकाल की सवारी में शामिल होने उज्जैन पहुंचे। यहां वे सवारी में चले और झांझ-मंजीरा भी बजाया। ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राजसी परिधान में बेटे महाआर्यमान के साथ परंपरागत शमी पूजा की। पूर्व सीएम कमलनाथ भी राम रंग में रंगे नजर आए। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए दशहरा पर की बधाई दी।
सवारी के साथ चले सीएम शिवराज
दशहरा पर प्रति वर्ष निकलने वाली बाबा महाकाल की सवारी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सपत्नीक शामिल हुए। श्री महाकाल लोक के लोकार्पण के लोकोत्सव का शुभारंभ बाबा महाकाल की सवारी के साथ ही हो गया। इस दाैरान सीएम शिवराज महाकाल की भक्ति में रमे नजर आए। वे न सिर्फ सवारी के साथ चले। जमकर झांझ-मंजीरा भी बजाया। उन्होंने कहा- उज्जैन की जनता को महाकाल की सवारी में सम्मिलित होकर महाकाल लोक के लिए आमंत्रित करने आया हूं। महाकाल लोक का प्रधानमंत्री 11 अक्टूबर को लोकार्पण करेंगे। बाबा महाकाल से प्रार्थना की है कि सब सुखी हों, निरोगी हों, सबका कल्याण हो और कार्यक्रम निर्विघ्न संपन्न हो, देश विश्व गुरु बने।
कमलनाथ बोले- सभी सत्य का साथ दें
कमलनाथ ने कहा- दशहरा पर्व हमें सत्य के साथ खड़े होने की प्रेरणा देता है। हम मिलकर सत्य का साथ दें। मध्यप्रदेश से अत्याचार, भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी और कुपोषण के कुशासन को उखाड़ फेंकने का संकल्प लें। सत्य के शासन को स्थापित करने की ओर मजबूत कदम बढ़ाएं।
सोशल मीडिया के जरिए पूर्व सीएम कमलनाथ ने सभी को बधाई दी और सत्य के साथ खड़े होने की अपील की।
सिंधिया ने तलवार से गिराईं शमी पत्ती
ग्वालियर में केन्द्रीय मंत्री व सिंधिया घराने के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी 200 साल से ज्यादा पुरानी परपंरा का निर्वहन किया। राजसी पोशाक में सिंधिया ने बेटे महाआर्यमन सिंधिया के साथ दशहरे की पूजा की। मांढरे की माता मंदिर के सामने शमी वृक्ष के पास बिठाकर सिंधिया परिवार के राज पुरोहित ने विधि-विधान से पूजन करवाया। सिंधिया ने शमी के वृक्ष पर तलवार चलाकर उसकी प्रतीकात्मक सोना पत्तियां गिराईं। वहां मौजूद सिंधिया परिवार के करीबी सरदारों और उनके वंशज ने यह पत्तियां लूटीं। इससे पहले सुबह सिंधिया, आर्यमन के साथ गोरखी स्थित देवघर पहुंचे।
देश को प्रगति के पथ पर लेकर जाएं
पूजा के बाद सिंधिया ने कहा- कोरोना काल को पीछे छोड़कर हम अब देश को विकास और प्रगति की ओर लेकर जाएं। भेदभाव को भूलकर एकता की भावना के साथ हमें देश-प्रदेश और क्षेत्र को आगे बढ़ाएं।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, बेटे महाआर्यमन के साथ मांढरे की माता मंदिर पहुंचे और यहां सामने मैदान पर शमी पूजन किया।
200 साल से सिंधिया घराने के मुखिया हर दशहरा पर शमी पेड़ की विशेष पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। यह पूजा राजवंश के पुरोहितों द्वारा कराई जाती है।
शमी के वृक्ष की पूजा करने के बाद सिंधिया ने तलवार चलाई, जिससे सोना पत्ती नीचे गिरीं, पत्तियों को सिंधिया घराने के सरदारों ने लूटा।
दशहरा के मौके पर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, बेटे महाआर्यमन के साथ राजसी पोशाक पहनकर गोरखी देवघर पहुंचे।
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गोरखी देवघर में पूजा के बाद शमी पूजन की परंपरा का निर्वहन किया।
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