मैहर वाली माता के दरबार में भक्तों की भीड़: सप्तमी पर तीन लाख श्रद्धालुओं ने टेका देवी शारदा के चरणों में मत्था

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सतना7 मिनट पहले

मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजीं विद्या और बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी माता शारदा के दरबार में नवरात्रि का मेला चल रहा है। यहां भक्तों का रेला लगा हुआ है। सप्तमी पर यहां लगभग 3 लाख श्रद्धालुओं ने माता के चरणों मे मत्था टेका। अष्टमी पर भी देवी दर्शन के लिए भक्तों की कतार रात से ही लगी हुई है।

अलौकिक शक्तियों का केंद्र माने जाने वाले विन्ध्य पर्वत श्रृंखला के मैहर स्थित त्रिकूट पर्वत पर विराजमान माता शारदा के दर्शन के लिए देश भर से लाखों श्रद्धालु अब तक मैहर पहुंच चुके हैं। रविवार को सप्तमी तिथि पर लगभग 3 लाख भक्तों ने मातेश्वरी के श्री चरणों मे शीश नवा कर उनकी कृपा प्राप्ति की प्रार्थना की।

यह इस बार की नवरात्रि में एक दिन में मां के दरबार लगाने पहुंचे श्रद्धालुओं की सबसे बड़ी संख्या है। अष्टमी तिथि पर सोमवार को दर्शन के लिए भी भक्तों की लाइन रात से लग गई।अष्टमी पर माता के महागौरी स्वरूप की पूजा होती है।

अष्टमी पर दर्शन करने के लिए मंदिर में लगी भक्तों की कतार।

अष्टमी पर दर्शन करने के लिए मंदिर में लगी भक्तों की कतार।

नवमी तक रहेगी भीड़

सुबह पुजारी पवन महाराज ने माता की श्रृंगार आरती उतारी और फिर जयकारों के बीच दर्शन -पूजन का सिलसिला शुरू हो गया। अनुमान है कि मैहर नवरात्रि मेले में भक्तों का रेला विजयादशमी तक नजर आएगा, किंतु नवमी तक भीड़ अब इसी तरह बनी रहेगी।

पुलिस ने 45 लोगों को परिजनों से मिलाया

नवरात्रि मेले में माता के दर्शन करने देश के अलग-अलग स्थानों से पहुंच रहे श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए प्रशासन एवं पुलिस ने इंतजाम कर रखे हैं। श्रद्धालुओं के विश्राम, पेयजल और इलाज के प्रबंध मेला क्षेत्र में हैं। पुलिस कर्मी सेवा भाव के साथ बुजुर्गों को माता के दर्शन कराने में मदद कर रहे हैं। कोई सहारा दे रहा है, तो कोई गोद में उठा कर उनकी हाजिरी लगवा रहा है। पुलिस का खोया पाया केंद्र भी मेले में बिछड़े लोगों को उनके अपनों तक पहुंचा रहा है। एडिशनल एसपी एसके जैन ने बताया कि सप्तमी को 45 लोगों को पुलिस ने उनके परिजनों से मिलवाया।

रोशनी से जगमग माता रानी का दरबार।

रोशनी से जगमग माता रानी का दरबार।

मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजीं माता रानी।

मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजीं माता रानी।

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