छतरपुर में रामलीला का मंचन शुरू: नारद मोह की लीला के साथ रामायण गायकों ने संगीतमय चौपाई सुनाई

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छतरपुर (मध्य प्रदेश)एक घंटा पहले
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छतरपुर जिले के हरपालपुर में हरिहर नारायण परमहंस रामलीला समिति के तत्वाधान में नारद मोह की लीला के साथ रामलीला का मंचन शुरू हुआ। पहले दिन नारद मोह की लीला हुई। रामायण के गायकों ने संगीतमय चौपाई सुनाई।
लीला का शुभारंभ गणपति वंदना से हुई। पूर्व जिला पंचायत सदस्य कामाख्या सिंह द्वारा रामदरबार की आरती दीप प्रज्वलन किया। आचार्य राजेश शर्मा ज्योतिषाचार्य विनोद रिछारिया द्वारा कद द्वारा विधि विधान से वैदिक मंत्रोच्चार कर रामलीला शुभारंभ कराया।

रामलीला मंचन के प्रथम दिन नारद मोह लीला में हिमालय की तलहटी में रमणीक स्थान को देखकर नारद ने समाधि लगा ली। जिस पर इंद्र ने अप्सराओं सहित कामदेव को नारद की समाधि भंग करने के लिए भेजा। नारद की भक्ति को डिगाने में कामदेव व अप्सराएं विफल हो गई। नारद को कामदेव पर विजय पाने का अहंकार हो गया।
भगवान विष्णु ने भक्त को भटकने से बचाने के लिए माया की नगरी व उसमें माया के स्वयंवर की रचना किया। शादी रचाने के लिए नारद ने भगवान से हरि का स्वरूप मांगा। भगवान ने नारद को बंदर का रूप दे दिया। स्वंयवर में लोगों ने नारद का उपहास किया। जिस पर उन्होंने भगवान विष्णु को श्राप दे दिया कि जिस प्रकार से हम पत्नी के लिए तड़पे हैं ठीक उसी प्रकार पत्नी के वियोग में तड़पोगे और इन्हीं बंदरों के सहयोग के बाद तुम्हारा कल्याण होगा।

व्यास श्यामसुंदर पाठक ने कहा पित्र पक्ष में रामलीला मंचन देखना बड़ा ही फलदायक होता हैं। इस दौरान रामलीला समिति अध्यक्ष दिनेश सेठ,द्वारका सोनी आलोक जैन संजय तिवारी पुष्पेंद्र पायक, मन्नू राजा, दिनेश दीक्षित, मंडल अध्यक्ष जितेंद परिहार, भाग सिंह यादव, यशपाल सिंह सेंगर कैलाह शर्मा, सहित दर्शक उपस्थित रहे।
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