कारम डैम बहने से 106 किसानों को नुकसान: सर्वे के बाद दी जाएगी राहत राशि, फसल सहित ईंट भट्टों के लिए दी राशि

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धारएक घंटा पहले
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जिले के धरमपुरी विकासखंड के भरुडपुरा में बनाए जा रहे कारम डैम व उसमें लीकेज के बाद प्रशासन द्वारा जो पानी बाहर निकाला गया था। इस पानी के कारण क्षेत्र के कई किसानों की फसले बर्बाद हो गई थी। अब इन किसानों को जिला प्रशासन के माध्यम से सहायता राशि वितरित की जा रही हैं। इस क्षेत्र के करीब 106 किसानों को प्रशासन की स्थानीय टीम द्वारा चिन्हित किया गया था, जिनके खातों में राशि पहुंच गई है। हालांकि इस दौरान करीब 8 किसान ऐसे थे, जिनके खातों में राशि जाने में टेक्निकल दिक्कतें आ रही थी, उन्हें भी जल्द राशि देने की व्यवस्था राजस्व विभाग द्वारा की जा रही है। करीब 14 लाख 70 हजार 389 रुपए की राहत राशि प्रदेश सरकार के द्वारा जिला प्रशासन के माध्यम से संबंधित पीड़ित परिवारों तक पहुंची है।
दरअसल 11 अगस्त को सबसे पहले धरमपुरी विधानसभा में बनाए गए कारम डैम में से पानी का रिसाव शुरु हुआ था, जिसके बाद जिला प्रशासन मौके पर पहुंचा व क्षेत्र का निरीक्षण कर जल संसाधन विभाग के आला अधिकारी पहुंचे। करीब चार दिनों की मेहनत के बाद डैम का एक हिस्सा तोड़ा गया। जिसमें से पानी तेज गति से बाहर की ओर निकला व गांवों से होते हुए खरगोन की ओर गया था। हालांकि पानी निकलने के पहले ही प्रशासन ने धार के 11 मुख्य गांव सहित 7 मजरे खाली करवा दिए थे, पानी निकलने के कारण किसानों की फसले बर्बाद हो गई थी। वहीं खेतों में बडे पत्थर जमा हो गए थे, जिसके कारण ही किसान अब उक्त भूमि पर कई सालों तक फसल नहीं ले पाएगा।
इधर, डैम में से पानी निकलने के दौरान जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट व औद्योगिक मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव व जिले के प्रभारी मंत्री प्रभुराम चौधरी पहुंचे थे, उन्होंने स्थानीय प्रशासन को नुकसानी का सर्वे करने के निर्देश दिए थे। कलेक्टर डॉ पंकज जैन के निर्देशन व एसडीएम भूपेंद्र सिंह रावत की टीम द्वारा संबंधित गांवों में सर्वे किया गया।
कोठिदा में हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
राजस्व विभाग के अनुसार फरसपुरा, गुजरी, सिरसोदिया, दहिवर, कोठिदा, इमलीपुरा, चौकी, बासवी, बलवारी, बैदंगा व लसनगांव सहित अन्य मजरों में पटवारियों सहित रोजगार सहायाक व सचिवों द्वारा सर्वे किया गया। जिसमें सबसे ज्यादा नुकसान ग्राम कोठिदा में हुआ था, यहां के करीब 30 किसान सहित परिवार प्रभावित हुए थे। राजस्व विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार फरसपुरा के 26 किसान, गुजरी के पांच किसान, सिरसोदिया के 3 किसान, दहिवर के 16, इमलीपुरा के 3, चौकी भारुडपुरा के 17, बासवी के 2, बलवारी के 4 कृषक प्रभावित हुए थे। इन किसानों की 36.505 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई थी, नुकसानी के रुप में इन किसानों को 9 लाख 30 हजार 679 रुपए दिए गए है।
मिट्टी बहने के कारण 45 किसान हुए प्रभावित
राजस्व विभाग द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार पानी के तेज बहाव के कारण आए बडे पत्थरों के कारण किसानों की खेती की मिट्टी बह गई थी, इसके कारण 45 कृषक प्रभावित हुए थे। जिसमें फरसपुरा के 14 कृषक, कोठिदा के 17, ईमलीपुरा का एक किसान व भारुडपुरा के 13 किसान प्रभावित हुए थे, इस तरह से 15-081 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई थी। जिसको लेकर 1 लाख 94 हजार 409 रुपए की राशि स्वीकृत की गई। इसी तरह से 3 पशु घरों को नुकसान हुआ, इसको लेकर 6300 रुपए, 3 कच्चे मकान व बर्तनों का नुकसान होने पर 1 लाख 9 हजार व़ ईंट भट्टों को लेकर हुए नुकसान के कारण 23 किसान प्रभावित हुए थे, इन्हें करीब 2 लाख 30 हजार रुपए राशि दी गई है।
इनका कहना है
एसडीएम धरमपुरी भूपेंद्र सिंह रावत ने है कि प्रभावित हुए किसानों को लेकर सर्वे किया गया था। जिसकी रिपोर्ट तैयार की गई, राहत राशि वितरित की जा रही है। करीब 106 किसान प्रभावित हुए थे, जिसमें से 8 किसानों के पास राशि पहुंचने में टेक्निकल दिक्कतें आ रही है, जिसको लेकर निर्देश दिए जा चुके है। प्रभावित किसानों को करीब 14 लाख रुपए की राहत राशि दी जा रही है।
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