Chhattisgarh

कोरबा:ग्रामसभा की बैठक में आधा दर्जन घायल, चलती बैठक में हुआ यह हादसा

कोरबा,16 सितम्बर। कोरबा जिले के करतला जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सुपातराई में गुरुवार दोपहर ग्रामसभा की बैठक के दौरान छत का प्लास्टर भरभराकर गिर जाने से नीचे मौजूद ग्रामीण व पंच चोटिल हो गए।जानकारी के मुताबिक जनपद पंचायत की सीईओ सीमा पात्रे एक दिन पहले ग्राम पंचायत पहुंची थीं। उन्होंने पंचायत भवन बैठक लेकर नामांतरण, बटांकन, फौती, पेंशन, राशन कार्ड के आवेदन लंबित नहीं रहने और समय पर निराकरण के निर्देश देते हुए ग्रामसभा की बैठक कराने के लिए कहा था।

निर्देशानुसार पंचायत भवन में कल गुरुवार को दोपहर 2 बजे से ग्रामसभा की बैठक आहूत की गई जिसमें सरपंंच राजकुमारी कंवर, सचिव उदय मन्नेवार, गौठान अध्यक्ष राधेश्याम पटेल, पंच बुधवारा बाई यादव सहित अन्य पंचगण, उपसरपंच व ग्रामवासी उपस्थित रहे। बैठक शाम करीब 4 बजे खत्म होने ही वाली थी कि एकाएक सीलिंग पंखा के आसपास का प्लास्टर भर-भराकर गिर पड़ा।

पंखा क्षतिग्रस्त होने के साथ-साथ यहां सामने बैठे ग्रामीण चोटिल हो गए। पंच बुधवारा बाई के अलावा एक वृद्ध सहित आधा दर्जन ग्रामीण चोटिल हुए।वृद्ध के सिर और कंधे  व पीठ में चोट आई है जिसमें टांका लगाना पड़ा। एक-दो बच्चे भी चोटिल हुए हंै। इस घटना के दौरान उपस्थित ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि दो माह पहले ही लगभग 25 साल पुराने पंचायत भवन का मरम्मत व रंगरोगन कराया गया है।

बतायम गया कि ग्रामसभा की बैठक के दौरान आश्रित ग्राम रींवापार के अर्जुन लाल सतनामी ने 3 माह में भी राशन कार्ड नहीं बनने की बात रखी। सचिव ने बताया कि राशन कार्ड के सभी आवेदनों को तीन माह पहले ही जनपद पंचायत में जमा करा दिया गया है लेकिन हंगामा बढ़ने के दौरान बात सरपंच पति के ऊपर आई और अशोक नामक व्यक्ति के बारे में कहा गया कि 3-3 हजार रुपए लेकर राशन कार्ड बनाया जा रहा है।

रुपए नहीं देने से कार्ड नहीं बना रहे। इस बीच अर्जुन लाल व एक अन्य का आवेदन सरपंच पति के द्वारा ला कर दिया गया जिसे देख सचिव भी चौंक पड़ा क्योंकि आवेदन तो जनपद में जमा था। ग्रामीणों के बीच से बात निकली कि जिन्होंने रुपए नहीं दिए हैं उनका राशन कार्ड नहीं बनाया जा रहा है। ग्राम चीताखोल में भी इसी तरह की स्थिति बताई गई जहां कुछ आवेदकों ने 500-500 रुपए दिए हैं लेकिन शेष रकम नहीं देने पर राशन कार्ड के लिए भटक रहे हैं।

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