जिला पंचायत अध्यक्ष एवं कलेक्टर ने ‘एनीमिया मुक्त कोण्डागांव‘ अभियान का किया शुभारंभ


0.यूनिसेफ की सहायता से दो चरणों में एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान का होगा संचालन

कोण्डागांवए 07 सितम्बर बुधवार को कोण्डागांव मुख्यालय स्थित गुंडाधुर महाविद्यालय से जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम एवं कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा जिला प्रशासन एवं युनिसेफ के सहयोग से संचालित किये जाने वाले एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम ने कहा कि जिस प्रकार स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा कोरोनाकाल में लगातार लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए प्रयत्न कर लोगों की जान बचाई थी उसी प्रकार एनीमिया से भी जिले को मुक्त करने के लिए मिशन मोड में काम कर जिले को एनीमिया मुक्त करेंगे। जिले को एनीमिया मुक्त कराने के लिए उन्होंने माताओं एवं युवतियों को पारंपरिक भोजन एवं सब्जियों को अपने भोजन में प्रयोग करने तथा जिला प्रशासन को इसके लिए कुलथी, चरोटा जैसे औषधीय गुणों से परिपूर्ण स्थानीय भाजियों को प्रोत्साहित करने की सलाह दी।रिकॉल पद्धति एवं सुपोषण कक्षाओं से महिलाओं को किया जाएगा जागरूककलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि जिले में एनीमिया के अधिक मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत एनीमिया मुक्त कोण्डागांव अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। यह अभियान दो चरणों में संचालित किया जाएगा। जिसमें पहले चरण में 15 से 25 वर्ष तक की युवतियों कोएवं तथा दूसरे चरण में गर्भवती महिलाओं को शामिल किया जाएगा। इनकी प्रत्येक 02 माह में रक्त जांच कर हिमोग्लोबिन के स्तर की जांच की जाएगी। इसका डाटा एनीमिया मुक्त कोण्डागांव जिसके माध्यम से कोई भी महिला अपनी जांच रिपोर्ट एवं अपनी प्रगति के संबंध में भी जानकारी ऐप के माध्यम से प्राप्त कर पाएंगे। सभी स्कूलों कॉलेजों छात्रावासों एवं संस्थाओं को विशेष ध्यान देते हुए यहां रिकॉल पद्धति से पोषण स्तर पर कार्य किया जाएगा साथ ही सुपोषण की जानकारी हेतु विशेष सुपोषण कक्षाएं भी लगाई जाएंगी।
एनिमिया मुक्त संस्थाओं का होगा सम्मानकलेक्टर ने बताया कि एनिमिया से मुक्ति हेतु शैक्षणिक संस्थाओं एवं आश्रम-छात्रावासों पर विशेष ध्यान देते हुए यहां नियमित रूप से जांच एवं आयरन फॉलिक एसिड की दवाईयां वितरित की जायेंगी साथ ही एनिमिया से मुक्त हुए संस्थानों को एनिमिया मुक्त संस्थान घोषित करने के साथ उन्हे उनका सम्मान भी किया जायेगा।



इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा महाविद्यालय की छात्राओं की हिमोग्लाबीन जांच के साथ तिरंगा भोजन एवं अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने हेतु जानकारियां भी दी गई। तिरंगा भोजन अंतर्गत केसरिया अर्थात नारंगी फल एवं सब्जियों, सफेद अंतर्गत कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ, अनाज जैसे चांवल, डेयरी उत्पाद आदि तथा हरे रंग अंतर्गत हरी सब्जियां एवं हरी पत्तेदार सब्जियों को भोजन में शामिल करने को कहा गया। इसके अतिरिक्त पौष्टिक आहार, आयरन एवं विटामिन की गोलियांे स्वच्छता आदि के संबंध में भी जानकारी दी गई।इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ प्रेमप्रकाश शर्मा, जनप्रतिनिधि बालसिंग बघेल, खेमसिंह नेताम, तरूण गोलछा, ललिता नेताम, आरती नेताम सहित सीएमएचओ डॉ. टी.आर.कुंवर, डीपीओ अवनी बिश्वाल, डीपीएम सोनल धु्रव, पीएमयु से सिओना कोरिया, आयुष नोडल डॉ चंद्रभान वर्मा, प्राचार्य गुण्डाधुर महाविद्यालय डॉ. चेतनराम पटेल, सहायक प्राध्यापक किरण नुरेटी, युनीसेफ से सी फोर डी स्पेशलिस्ट अभिषेक सिंह, न्युट्रीशियन स्पेशलिस्ट डॉ. अर्पणा देशपाण्डे, जिला सलाहकार सिमरन धंजल सहित अन्य अधिकारी एवं महाविद्यालय की छात्रायें उपस्थित रहें।