भारतीय संस्कृति में गुरू शिक्षक का स्थान अत्यंत गरिमापूर्ण – महापौर
कोरबा 05 सितम्बर । महापौर राजकिशोर प्रसाद ने आज कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति में गुरू व शिक्षक का स्थान अत्यंत गरिमापूर्ण है, शिक्षक व गुरू अपने शिष्य के जीवन को मूल्यवान बनाते हैं, उन्हंें शिक्षित करते हैं, जिस प्रकार एक कुम्हार मिट्टी को एक सुंदर आकृति देकर उसे मूल्यवान बनाता है, ठीक उसी प्रकार एक शिक्षक अपने छात्र को ज्ञान प्रदान कर उसे ऊंचा स्थान दिलाता है, उसके व्यक्तित्व में निखार लाता है।
उक्त बातें महापौर श्री प्रसाद ने शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों का सम्मान करते हुए कहीं। नगर पालिक निगम केारबा के वार्ड क्र. 14 पम्प हाउस स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में शिक्षक दिवस के अवसर पर आज महापौर राजकिशोर प्रसाद ने विद्यालय के शिक्षकों को सम्मानित किया, उन्हें शाल व श्रीफल भेंट किया तथा शिक्षक दिवस की अपनी हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी। महापौर श्री प्रसाद ने इसके पूर्व मां सरस्वती व डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तैल चित्र पर पुष्पमाला अर्पित की तथा उन्हे नमन किया। उन्होने विद्यालय के सभी शिक्षकों को सम्मानित करते हुए आगे कहा कि प्रदेश व देश के विकास में शिक्षकों की भूमिका बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है, वे अपने ज्ञान से देश के भविष्य का निर्माण करते है, जिस प्रकार एक पक्की नींव ही ठोस और मजबूत भवन का निर्माण करती है, ठीक उसी प्रकार शिक्षक अपने छात्र के जीवन रूपी नींव को सुदृढ़ कर उस पर सफलता रूपी भवन खड़ा करने में सहायता करते हैं। महापौर श्री प्रसाद ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नमन करते हुए कहा कि वे एक शिक्षक थे, जो आगे चलकर अपनी योग्यता के बल पर भारत के राष्ट्रपति बने, उनकी इच्छा थी कि उनका जन्मदिन देशभर के शिक्षकों को याद करने के लिए मनाया जाए, शिक्षकों को सम्मानित किया जाए, इसी के परिणाम स्वरूप उनके जन्मदिन के अवसर पर हम शिक्षक दिवस मनाते हैं, देश के विकास में उनके योगदान का स्मरण करते हैं, शिक्षकबंधुओं को सम्मानित करते हैं।
इस अवसर पर एल्डरमेन रामगोपाल यादव, विद्यालय के प्राचार्य विवेक लांडे, मोनू श्रीवास, जितेन्द्र कुमार चन्द्रा, इतवारीदास, नवल चौधरी, मीना गुप्ता, जितेन्द्र कुमार डडसेना, सुनीता केंवट, लीखी राम कंेंवट, रहिस खान आदि के साथ विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकागण व छात्र- छात्राएं उपस्थित थे।