52% हितग्राहियों का ई-केवाईसी अपडेट: राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए चलाया जा रहा अभियान, वास्तविक हकदार की होगी पहचान

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कटनी33 मिनट पहले

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राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान में अब तक जिले के 52 प्रतिशत हितग्राहियों का ई-केवाईसी और 44 फीसदी परिवारों के डाटाबेस में मोबाइल नंबर दर्ज कर लिया गया है। जिले में 2 लाख 12 हजार 613 राशन कार्ड धारियों के 8 लाख 64 हजार 27 सदस्य हैं।

इनमें से 4 लाख 47 हजार 330 का ई-केवाईसी हो गया है। जबकि 93 हजार 406 कार्ड धारको के डाटा बेस में मोबाइल नंबर दर्ज कर लिया गया है। अभियान 30 नवंबर तक चलाया जाएगा। कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देश पर कालाबाजारी को रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

जिला खाद्य अधिकारी बालेन्द्र शुक्ला ने बताया कि ई-केवाईसी और मोबाइल नंबर दर्ज होने से वास्तविक पात्र हितग्राहियों की पहचान हो सकेगी। पात्र हकदार के अनुसार सामग्री दी जा सकेगी। साथ ही किसी भी उचित मूल्य दुकान से राशन प्राप्त करने में सुविधा होगी।

उन्होंने बताया कि वृद्ध, शारीरिक रूप से अक्षम, दिव्यांग, महिलाओं, बच्चों का ई-केवाईसी उचित मूल्य दुकान के विक्रेता की ओर से घर पर जाकर किया जाएगा। इसके अलावा पात्र हितग्राहियों के ई-केवाईसी करने की सुविधा उचित मूल्य दुकानों पर लगाई गई पीओएस मशीन से निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।

उचित मूल्य दुकान पर हितग्राही अपना आधार कार्ड ले जाकर कार्य दिवस में ई-केवाईसी करवा सकते हैं। डाटाबेस में हितग्राही का गलत आधार नंबर दर्ज होने पर सही आधार नंबर दर्ज कर ई-केवाईसी कराई जाएगी।

पात्र हितग्राहियों को उचित मूल्य दुकान से राशन सामग्री देने की जानकारी एसएमएस के माध्यम से देने के लिए परिवार के एक सदस्य का मोबाइल नंबर डाटाबेस दर्ज कराया जा रहा है। मोबाइल नंबर भी पीओएस मशीन से ही दर्ज कराया जा सकेगा।

नोडल अधिकारी और विक्रेता का प्रशिक्षण संबंधित कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी द्वारा दिया जाएगा। ई-केवाईसी और मोबाइल नंबर दर्ज करने का कार्य दुकान के विक्रेता द्वारा 28 अक्टूबर से 25 नवंबर तक, ई-केवाईसी का अनुमोदन और मौके पर सत्यापन का कार्य 30 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच किया जाएगा।

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