5 दिन पहले मिला नर कंकाल निकली अंधी हत्या: देवर के प्रेम प्रसंग में पड़ी दूसरी पत्नी ने की हत्या, 17 माह तक भूसा में छिपाकर रखी लाश, एक गलती से पकड़े गए

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रीवा36 मिनट पहले

  • मऊगंज थाना अंतर्गत निबिहा गांव के भाठी जंगल का मामला

रीवा जिले में पांच दिन पहले मिला नरकंकाल अंधी हत्या में बदल गया है। पुलिस के मुताबिक मृतक की पहली पत्नी खत्म हो गई थी। ​जिससे चार साल पहले दूसरी महिला से शादी कर ली। हालांकि कुछ ही दिनों बाद दोनों के बीच अनबन होने लगी। ऐसे में पत्नी अपने पति को छोड़ देवर के करीब आ गई। धीरे-धीरे देवर और भाभी का प्यार जग जाहिर होने लगा। प्रेम प्रसंग की भनक लगने पर पति अपनी दूसरी पत्नी से मारपीट करने लगा।

एक दिन देवर व भाभी ने मिलकर मृतक को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। वारदात वाली रात घर में समोसा आया। फिर समोसे की चटनी में चूहा मार दवा डालकर पति को खिला दिया। खाते ही वह बेहोश हो गया। ऐसे में धारदार हथियार से गला काटकर बोरी में भर दिया। फिर आधा किमी दूर चाचा के खेत स्थित भूसा वाली अहरी में जाकर लाश छिपा दी। भूसा खत्म होने के डर से 25 अक्टूबर को नाले में लाकर कंकाल फेंक दिया।

भाठी जंगल के नाले में मिला कंकाल
पुलिस कंट्रोल रूम में खुलासा करते हुए एसपी नवनीत भसीन ने कहा कि 25 अक्टूबर को प्रमोद पाल पुत्र रामनारायण 28 वर्ष निवासी उमरी श्रीपत ने मऊगंज थाने में कंकाल मिलने की सूचना दी। इसके बाद पुलिस निबिहा गांव के बेलूहा बांध के नजदीक भाठी जंगल पहुंची। मर्ग कायम पर पुलिस ने एफएसएल टीम को बुलाकर जांच कराई तो हत्या निकली। कंकाल के साथ हाथ का कडा, धागा, कलर किए बाल, बनियान, शर्ट पैंट मिला।

सोशल मीडिया से कंकाल की शिनाख्त
पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम कंकाल की शिनाख्ती शुरू की। तभी आसपास के लोगों ने उमरी श्रीपत निवासी रामसुशील पाल पुत्र मोहन पाल 42 वर्ष के रूप कंकाल की शिनाख्ती की। गांव वालों ने पुलिस को बताया कि मृतक दूसरी शादी विटोल पाल उर्फ रंजना पाल से किया था। साथ ही डेढ़ वर्ष गांव में दिखाई नहीं दे रहा है। वहीं पत्नी विटोल पाल गांव में ही रह रही थी। चर्चा है कि पति और पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता था।

पत्नी के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज
जांच के दौरान मऊगंज पुलिस ने पत्नी पर हत्या का संदेह जाहिर किया। ऐसे में आईपीसी की धारा 302, 201 का अपराध दर्जकर विटोल पाल को पुलिस ने खोजना शुरू किया। इसी बीच हलिया थाना मिर्चापुर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की। उसने बताया कि मेरी दूसरी शादी रामसुशील पाल हुई थी। लेकिन शादी के बाद से दूसरा पति आए दिन विवाद करता था। उसका परिवार में भी जमीन विवाद चल रहा था।

देवर से करने लगी थी प्रेम
विटोल पाल उर्फ रंजना पाल ने पुलिस को बयान दिया कि दो वर्ष पहले देवर गुलाब पाल से प्रेम हो गया। देवर ने मुझसे कहा कि भाई के रहते हम लोग एक साथ नहीं रहते है। ऐसे में दोनों ने मिलकर मारने का प्लान बनाया। फिर मई महीना 2021 की रात समोसे की चटनी में चूहा मार दवा मिलाकर खिला दिया। जब मर गया तो देवर को बता दी। फिर देवर अपने भाई अंजनी को लेकर पहुंचे। जिंदा न बचे इसलिए धारदार हथियार से देवर ने पति का गला काट बोरी में भर दिया।

बोरी में भरकर अहरी ले गए लाश
दूसरे दिन देवर साइकिल से लाश वाली बोरी लेकर चाचा रामपति पाल के खेत पहुंचा। वहां भूसा वाली अहरी में ले जाकर लाश रख दी। इस कार्य में चाचा का लड़का गुड्डू पाल, भाई सूरज पाल, अंजनी पाल ने भूसा के अंदर शव को छिपाने में मदद की। इसके बाद पुलिस ने गुलाब पाल को गिरफ्तार कर पूछताछ की। उसने सभी मददगारों का नाम लिया। कहा कि 17 माह से ज्यादा दिनों तक भूसा में लाश रहने के कारण कंकाल बन गई। इधर भूसा खत्म होने लगा। ऐसे में 24 अक्टूबर को बोरी लाकर नाले में फेंक दिया था।

चार आरोपी गिरफ्तार, दो फरार
पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 120 बी बढ़ाई। इसके बाद विटोल पाल उर्फ रंजना पाल पति स्व. रामसुशील 40 वर्ष, देवर गुलाब पाल पुत्र मोहन पाल 35 वर्ष, अंजनी पाल पुत्र मोहन पाल 38 वर्ष, रामपति पाल ​पुत्र रमई पाल 65 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं गुड्डू पाल और सूरज पाल फरार है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

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