3 साल पहले कोलकाता से लाई गई थी युवती: मौसा ने कराया था विवाह, जिस पंडित ने शादी कराई उसकी कोरोना में हुई मौत

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ग्वालियर22 मिनट पहले

बदनापुरा में एक दिन पहले मिलीं थी दो युवतियां एक कोलकाता से तीन साल पहले यहां लाई गई थी।

ग्वालियर के बदनापुरा में एक दिन पहले सर्चिंग में मिली दो युवतियों में से एक की कहानी पुलिस को सामने आ गई है। युवती को 3 साल पहले उसका मौसा कोलकाता से लेकर ग्वालियर बदनापुरा आया था। यहां जिस युवक के पास वह मिली है, वह उससे शादी होने की बात कह रहा है। जब सबूत मांगा तो कहने लगा मौसा अब दुनिया में नहीं रहा। जिस पंडित ने शादी पढ़ी उसकी भी कोरोना में मौत हो चुकी है।

शादी के फोटो-VIDEO महिला के जेठ के पास हैं। वह कहां रहता है, पता नहीं। यदि पूरी पूछताछ का निचोड देखें तो युवती यहां कैसे आई, कौन लाया और शादी हुई इसका प्रमाण नहीं है। यही कारण है कि मामले में पुलिस ने पुरानी छावनी में एक और मामला दर्ज कर लिया है।

रेड लाइट एरिया बदनापुरा-रेशमपुरा में 3 दिन पहले तीन लड़कियां मिलने के बाद वहां कई और गड़बड़ियां मिलने के सबूत मिले थे। जिसके बाद मंगलवार को पुलिस एक बार फिर बदनापुरा पहुंची थी। इस बार पुलिस के साथ नगर निगम का अमला, सीएमएचओ की टीम के साथ महिला बाल विकास विभाग के अफसर मौजूद थे। पुलिस की टीम ने एक-एक घर का वेरीफिकेशन किया था। इस दौरान एक धनावत परिवार के घर से दो युवतियां और संदिग्ध मिली हैं। इनका तत्काल कोई रिकॉर्ड यह परिवार नहीं दे पाया। जो डॉक्यूमेंट दिए थे, वह प्रारंभिक पड़ताल में जाली नजर आ रहे थे। जिस पर दोनों युवतियों को निगरानी में लेकर पुलिस ने पूछताछ की थी। इनमें एक कोलकाता तो दूसरी बिहार रहने वाली पता लगा था। इनमें से बिहार की युवती के संबंध में कुछ दस्तावेज परिजन ने उपलब्ध करा दिए थे, लेकिन कोलकाता वाली युवती का सबूत परिजन नहीं दे पा रहे हैं।

न ही फोटो-वीडियो, पंडित भी मर चुका है
बदनापुरा से मिली 21 वर्षीय रज्जो (बदला हुआ नाम) के बारे में उसके साथ रह रहे युवक का कहना है कि वह उसकी पत्नी है। उसने तीन साल पहले शादी की है। युवती ने बताया कि चार साल पहले उसकी दादी का देहांत हुआ था। उसके बाद कोलकाता में उसका मौसा उसे ले आया। तीन साल पहले मौसा यहां लेकर आया था। युवती के साथ रह रहे युवक ने पुलिस को कहानी सुनाई कि मौसा ने उसकी युवती से शादी कराई है।

पुलिस ने पूछा शादी कहां से हुई, कौन से पंडित ने कराई तो उन्होंने बताया कि शादी गांव से ही हुई थी। जिस पंडित ने शादी कराई थी, उसकी कोरोना में मौत हो चुकी है। अब जब पुलिस ने पूछा कि चलो ठीक है, शादी के कुछ फोटो-वीडियो तो होंगे। इस पर जवाब मिला शादी के फोटो बड़े भाई के पास है, पर वह यहां नहीं रहते हैं। पुलिस पूरी कहानी को फेक मान रही है और युवती को नारी निकेतन भेज दिया है।

यह है पूरा मामला
मुरैना-ग्वालियर बॉर्डर पर शहर के पुरानी छावनी इलाके में आने वाला बदनापुरा गांव मानव तस्करी और देह व्यापार के लिए लड़कियों की खरीद फरोख्त के लिए हमेशा से बदनाम रहा है। यहां कई बार पुलिस को नाबालिग लड़कियां मिली हैं। यहां लड़कियों की खरीद फरोख्त होती है। जब भी गांव मंे पुलिस एंट्री करती है तो गांव के लोगों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ता है। रविवार को ग्वालियर पुलिस ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग एक्शन के तहत “ऑपरेशन शक्ति’ चलाकर बदनापुरा में अब तक का सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था। करीब 150 पुलिस जवानों व अफसरों के साथ पुलिस, क्राइम ब्रांच व लाइन से फोर्स लेकर पुलिस अफसरों ने बदनापुरा के रेड लाइट एरिया को चारों तरफ से घेर लिया।

पुलिस ने जब दबिश दी तो गांव में हड़कंप मच गया। विरोध करने की सोच रहे गांव के लोग पुलिस फोर्स को देख सहमे से खड़े रह गए। पुलिस ने एक-एक घर में सर्चिंग की तो बदनापुरा के 5 घरों से पुलिस ने 6 नाबलिग बच्चियों को बरामद किया था, जिनकी उम्र 10 से 16 वर्ष है। इसके साथ ही दो युवकों को भी गिरफ्तार किया था। एक युवक पुलिस के हाथ से निकल गया है। इनमें से तीन लड़कियों से संबंधित दस्तावेज गांव के लोगों ने दिखा दिए हैं। पर तीन के दस्तावेज न मिलने पर पुलिस ने उनको CWC (बाल कल्याण समिति) के सामने पेश कर बालिका आवास गृह में सुरक्षित पहुंचा दिया था।

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