सुरक्षित प्रसव के बाद महिला की मौत: परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाए लापरवाही के आरोप, डॉक्टर बोले- ज्यादा खून बहने के कारण गई जान

[ad_1]
बालाघाट3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

सोमवार की रात 11.30 बजे प्रसव के 4 घंटे बाद मानव सेवा धर्मांर्थ जैन हास्पिटल में महिला की मौत हो गईं। जानकारी के अनुसार, जिले के लालबर्रा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम धारावासी की महिला अंबे पति संजय नागेश्वर (24) प्रसव के लिए शाम को भर्ती कराई थी। महिला चिकित्सक शैफाली शिंदे ने रात्रि 7.30 बजे महिला का सुरक्षित प्रसव सिजेरियन ऑपरेशन से किया। ऑपरेशन के दो घंटे बाद महिला को तेज ब्लीडिंग हुई, जिस पर परिजनों ने नर्स को सूचित किया। कुछ समय बाद भी महिला की मौत हो गई।
ऑपरेशन के बाद हिमोग्लोबिन हो गया था कम
महिला चिकित्सक ने जांच के बाद बताया कि महिला का दोबारा ऑपरेशन बच्चादानी का करना होगा। इसके लिए 5 यूनिट ब्लड का इंतजाम परिजनों का करने कहा। परिजनों ने तुरंत ही 2 यूनिट ब्लड लाकर ऑपरेशन दिया। शेष तीन यूनिट ब्लड भी परिजन लेने के लिए प्राइवेट लैब गए हुए थे। इसी दौरान बच्चादानी निकालने का ऑपरेशन महिला चिकित्सक डॉ. शैफाली शिंदे ने किया। रक्त स्राव अधिक होने से महिला का हिमोग्लोबिन कम हो गया और उसे नहीं बचाया जा सका।
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
इधर, इस मामले में मृतिका के पिता नेवाजी पंचेश्वर का आरोप है कि अस्पताल में चिकित्सक से लापरवाही होने की वजह सिजेरियन ऑपरेशन के बाद से ही रक्तस्राव हो रहा था। इसकी वजह से उसका दूसरा ऑपरेशन डॉक्टर ने किया और प्रसूता की मौत हो गईं। इस संबंध में परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।
चिकित्सक का कहना हैं कि महिला को सिजेरियन के दो घंटे बाद पीपीएच अर्थात पोस्ट पार्टल हेम्बरेज हो गया था। जिससे उसकी बच्चादानी निकालने के लिए ऑपरेशन किया। उसे बचाने की भरसक कोशिश की गईं, लेकिन नहीं बचाया जा सका।
पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया
पुलिस ने मंगलवार की सुबह मृतिका के शव का जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर परिजनों का सौंपा। नगर निरीक्षक केएस गहलोत ने बताया कि इस मामले में मर्ग कायम कर पीएम कराकर मामले को विवेचना में लिया हैं।

Source link




