इस दिवाली कैसे करें आंखों की सुरक्षा: जिला अस्पताल के नेत्र चिकित्सक ने बताए सुरक्षा के उपाय

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रायसेन12 घंटे पहले
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दिवाली पर्व का मतलब बहुत आनंद है, लेकिन हर साल आंखों में चोट लगने और यहां तक कि आंखों की रोशनी जाने की घटनाएं देखने को मिलती हैं। दिवाली में हाथ और उंगलियों के बाद आंखें दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित अंग हैं। दिवाली पर चोटों का प्रमुख कारण आतिशबाजी जलाते समय उचित सुरक्षा उपायों की कमी है।
डॉ शरद साहू (एम एस – दिल्ली) नेत्र रोग विशेषज्ञ जिला अस्पताल रायसेन ने कुछ सुझाव दिए हैं जो आपकी दिवाली को खुशियों के साथ सुरक्षित बनाने में मदद कर सकती हैं।
डॉ शरद साहू कहते हैं, पटाखे खुली जगहों में ही फोड़ने चाहिए, यदि आप चश्मा पहनते है तो दिवाली के समय अवस्य पहने। हानिकारक रसायनों से खुद को बचाने के लिए अपने हाथों को कई बार धोना है।
यदि पटाखों से आपकी आंख में चोट लग जाए तो सबसे पहले अपनी आंखों और चेहरे को अच्छी तरह से धोना चाहिए। चेहरे पर पानी के छींटे मारने से पहले अपने हाथ धो लें। अपनी आंखों को रगड़ें या खरोंचें नहीं। अगर आंख में खून बह रहा है, तो घायल क्षेत्र को ढकने के लिए एक पैच (साफ रुई या साफ़ कपड़ा ) का उपयोग करें और तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं।
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