23 दिन में मिले लंपी से पीड़ित 106 मवेशी: आंकड़ा कई गुना बढ़ सकता है क्योंकि आवारा मवेशियों की सूचना ही नहीं पहुंचती

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भिंडएक घंटा पहले
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लंपी वायरस का कहर अब बढ़ता जा रहा है। पिछले 23 दिनों में इस वायरस ने अपनी चपेट में 106 मवेशियों को चपेट में ले लिया है। यह आंकड़ा तो वह है जो पशु चिकित्सा विभाग के पास है। इसके अलावा तमाम पशु ऐसे हैं, जो पशु चिकित्सा विभाग की नजर में नहीं आए हैं। लेकिन लंपी वायरस की चपेट में वे आ चुके हैं। ऐसे में यह पशु लंपी वायरस की पीड़ा से त्रस्त हैं। बता दें कि भिंड जिले में लंपी वायरस के 12 सितंबर को पांच संदिग्ध मवेशी सामने आए थे, जिनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए। इसके बाद लगातार लंपी के संदिग्ध मवेशी सामना आना शुरू हो गए।
स्थिति यह है कि पिछले 23 दिनों में लंपी वायरस की चपेट आए हुए 106 मवेशी पशु चिकित्सा विभाग को मिल चुके हैं, जिसमें से 42 पशु अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। जबकि 63 पशुओं का उपचार चल रहा है। इनमें 44 पशु आइसोलेशन सेंटर में है। वहीं शेष पालतू मवेशियों को उनके पशु पालकों के यहां क्वारेंटाइन किया गया है। जबकि एक गाय की मौत हो चुकी है। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में कई पशु ऐसे हैं, जो लंपी वायरस की चपेट में तो आ चुके हैं। लेकिन पशु चिकित्सा विभाग की नजर में वे अब तक नहीं आए हैं।
अनदेख्री: आवारा मवेशियों की नहीं देखरेख
जिले में पालतू गौवंश में लंपी वायरस के लक्षण दिखाई देने पर तो पशु चिकित्सा विभाग को सूचना प्राप्त हो जाती है। लेकिन आवारा मवेशी के लंपी की चपेट में आने के बाद पशु चिकित्सा विभाग तक समय से सूचना नहीं मिल पाती है। यही वजह है कि है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में ऐसे कई गौवंश देखे जा रहे हैं, जिनके शरीर में गठानें देखी जा रही हैं। साथ ही उन्हें लंपी वायरस का संदिग्ध माना जा रहा है। लेकिन पशु चिकित्सा विभाग की अनदेखी के कारण इन मवेशियों को लंपी की पीड़ा से राहत नहीं मिल पा रही है।
राहत: नमी घटने पर संक्रमण कम
पशु चिकित्सा विभाग के अफसरों की मानें तो मौसम में नमी कम होने के बाद लंपी का प्रकोप कम होगा। पशु चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि वैज्ञानिकों का दावा है कि वातावरण में नमी खत्म होने के बाद इस वायरस का संक्रमण कम हो जाएगा, जिसके बाद राहत मिलेगी। बआताया जा रहा है कि आगामी दो सप्ताह में लंपी के संदिग्ध मरीजों में गिरावट आना शुरू होगी।
जिले में सवा लाख गोवंश, 12 हजार पशुओं का हुआ टीकाकरण
बताया जा रहा है कि लंपी के बढ़ते प्रकोप के बाद जिले में पशुओं का टीकाकरण भी शुरु हो गया है। जिले में करीब सवा लाख गौवंश है, जिसमें से अब तक 12 हजार पशुओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। हाल ही में भिंड जिले को 21 हजार वैक्सीन के नए डोज मिले हैं। विदित है कि शुरुआती दौर में भिंड जिले को 10 हजार डोज प्राप्त हुए थे, जिनके खत्म होने के बाद दो दिन वैक्सीनेशन का कार्य रुक गया था। हालांकि वैक्सीन के डोज प्राप्त होने के बाद पंचायत स्तर पर मवेशियों को डोज लगाए जा रहे हैं।
अब तक 42 पशु स्वस्थ हुए
“जिले में लंपी वायरस के 106 मवेशी मिल चुके हैं, जिसमें 42 पशु स्वस्थ हो चुके हैं। इसके अलावा 21 हजार नए डोज प्राप्त हो गए हैं, जिसमें से 12 हजार पशुओं का वैक्सीनेशन हो चुका है। मौसम में नमी कम होने इसके संक्रमण में कमी आएगी।”
– डॉ आरएस भदौरिया, उपसंचालक, पशु चिकित्सा सेवाएं, भिंड
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