2 साल से FIR दर्ज कराने लिखे जा रहे पत्र: सहकारिता बैंक में 13 लाख ₹58 हजार रुपए के गबन का मामला

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राजगढ़ (भोपाल)32 मिनट पहले
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सहकारिता बैंक में ऐसे कई मामले हैं जिनमें बैंक के ही कर्मचारी लाखों रुपए का गबन कर चुके हैं लेकिन उनमें कार्यवाही देखने को नहीं मिलती। ऐसा ही एक मामला और सामने आया है जिसमें 13 लाख से भी ज्यादा का गबन करने वाले एक कर्मचारी को दोषी मानते हुए सहकारिता बैंक ने तो अपनी कार्रवाई कर दी, और पिछले 2 साल से लगातार थाने में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने को लेकर पत्र लिखे जा रहे हैं। लेकिन जिले की जीरापुर और खिलचीपुर में पदस्थ पुलिस अधिकारी तमाम जानकारी के बाद भी उनके खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
मामला 2016-17 का है, जब बैंक मोहन, छापीहेड़ा, वामनगांव और कुआंखेड़ा में रहते हुए प्रबंधक जगदीश मालवीय ने लाखों रुपए का घोटाला किया। जिसकी शिकायत करने पर 8 मामलों में कहीं ना कहीं इनकी संलिप्तता पाई गई। जिसके बाद बैंक को मिले सबूतों के आधार पर पाया कि जगदीश मालवीय ने 13 लाख ₹58 हजार का गबन किया है। तुरंत मामले में साल 2019 में इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई और बैंक ने निलंबन करते हुए जगदीश मालवीय के खिलाफ थाने में भी प्रकरण दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। इस मामले की जहां तक बात की जाए अभी भी इसी तरह की कोई कार्रवाई देखने को नहीं मिली है।
धोखाधड़ी के मामलों की बैठक
बैंक से जुड़े हुए ऐसे मामले जिनमें धोखाधड़ी की गई हो या गबन किया गया हो ऐसे सभी मामलों के निराकरण या कार्रवाई को लेकर पिछले दिनों 3 अक्टूबर 2022 को कलेक्टर और एसपी की मौजूदगी में एक बैठक का भी आयोजन किया गया था। जिसमें विभिन्न तरह के मामले रखे गए थे, इन्हीं मामलों में यह मामला भी शामिल था। जिसमें 7 दिन के अंदर कार्रवाई की बात कही गई थी लेकिन आज तक इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई है।

पहले भी सामने आए मामले
बैंक से जुड़े हुए कर्मचारियों का यह पहला मामला नहीं है ऐसे कई मामले हैं जिनमें करोड़ों रुपए के घोटाले उजागर हुए हैं लेकिन कुछ मामलों में एफआईआर हुई है जबकि कुछ मामलों में कर्मचारियों को निलंबन करते हुए वापस से नई जगह संस्था में पदस्थ कर दिया गया।
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