2 मिनट में MP की 9 देवियों के दर्शन, VIDEO: देवास माता टेकरी पहुंचे 11 लाख श्रद्धालु; मैहर में 1 दिन में 3 लाख ने टेका माथा

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Video Of Mata Temples Of Madhya Pradesh, Latest News And Updates, Madhya Pradesh Religion News
मध्यप्रदेश8 मिनट पहले
कोरोना काल के 2 साल बाद इस बार नवरात्रि पर मध्यप्रदेश के माता मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। मैहर की शारदा भवानी हों या सलकनपुर की विजयासन माता, यहां श्रद्धालुओं की तादाद लाखों में रही।
नलखेड़ा के मां बगलामुखी मंदिर, देवास में टेकरी माता, उज्जैन के मां हरसिद्धि, नीमच के भादवा माता, रायसेन की कंकाली माता, दतिया में रतनगढ़ माता मंदिर और पीतांबरा पीठ में भी श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। नवरात्रि के आखिरी दिन दैनिक भास्कर आपको प्रदेश के 9 बड़े माता मंदिरों के दर्शन करवा रहा है।

सतना के मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजीं विद्या और बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी माता शारदा के दरबार में 9 दिन का मेला लगा है। यहां 9 दिन में देशभर से लाखों श्रद्धालु आए। अकेले सप्तमी पर 3 लाख भक्तों ने माथा टेका। अष्टमी पर भी देवी दर्शन के लिए भक्तों की कतार रात से ही लगी रही। मप्र के अलावा यहां देशभर से भक्त पहुंचे। नवरात्रि के कारण कई ट्रेनों के स्पेशल स्टॉपेज बनाए गए।
नलखेड़ा के मां बगलामुखी मंदिर हवन यज्ञ का दौर चला

मां बगलामुखी मंदिर आगर-मालवा जिले के नलखेड़ा में है। सभी कामों की सिद्धि दात्री मां बगलामुखी के एक ओर धनदायिनी महालक्ष्मी और दूसरी और विद्यादायिनी महा सरस्वती विराजित हैं। यहां से ही पांडवों को विजयश्री का वरदान मिला था। नवरात्रि के मौके पर यहां 3 लाख से ज्यादा भक्तों ने दर्शन किए। यहां लगातार हवन-पूजन का दौर चलता रहा।
देवास माता टेकरी में दर्शन के लिए लगी कतार

देवास में प्रसिद्ध मां तुलजा भवानी बड़ी माता व मां चामुंडा छोटी माता का मंदिर है। अष्टमी तक माता टेकरी पर 11 लाख श्रद्धालु माता के दर्शन काे पहुंचे। सप्तमी पर ही 4 लाख से अधिक श्रद्धालु टेकरी पहुंचे। इस कारण एबी रोड पर इंदौर की तरफ करीब 5 किमी तक लंबी लाइन लगी रही। शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से अलग-अलग चुनरी यात्रा निकाली गई।
दतिया के पीतांबरा मंदिर में भक्तों का हुजूम

दतिया में स्थित विश्व प्रसिद्ध देवी तांत्रिक शक्ति पीठ मां पीतांबरा मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन से ही भक्तों की भीड़ रही। मंदिर में देवी भक्तों को सुरक्षा के बीच से होकर गुजरना पड़ा। पहले दिन से ही पीठ में अनुष्ठान शुरू हो गया, जो नवमीं तक चलता है। स्थानीय साधकों के साथ ही देश-विदेश से आने वाले साधक भी साधना में लीन हैं। यहां भी 3 लाख से ज्यादा भक्त पहुंचे।
रतनगढ़ माता के दरबार में अष्टमी पर ही एक लाख से ज्यादा भक्त

दतिया से 65 किमी दूर ऊंची चोटी पर विराजित रतनगढ़ माता के मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन से ही देवी भक्तों की भीड़ नजर आने लगी थी। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के कई जिलों से देवी के भक्त माता के दर्शन करने के लिए यहां पहुंचे। देवी मंदिर में भक्तों को आसानी से दर्शन हो सके, इसके लिए टीम यहां तैनात रही। मंदिर पुजारी राजेश कटारे ने बताया कि अष्टमी के दिन ही 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं माता के दरबार में पहुंचे।
मां कंकाली के रात 11 बजे तक दर्शन

रायसेन और भोपाल दोनों ओर से 20-20 किमी दूरी पर स्थित सेहतगंज से अंदर गुदावल गांव में मां कंकाली का प्राचीन मंदिर है। यहां नवरात्रि में लाखों की संख्या में देवी भक्तों ने दर्शन किए। मंदिर के पुजारी भुवनेश शास्त्री ने बताया कि इस बार मंदिर परिसर में मेला भी लगा है। दशहरा उत्सव भी मनाया जाएगा। कई स्थानों से चुनरी भी माता को अर्पित करने के लिए श्रद्धालु लेकर पहुंचे। देवी भक्त सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे और 5 बजे से रात 11 बजे तक मां कंकाली के दर्शन कर रहे हैं।
निशुल्क दवाओं की भी व्यवस्था सीहोर में भी मां विजयासन देवी की आराधना में भक्त लीन हैं। 9 दिन तक माता का अलग-अलग प्रकार से श्रृंगार किया गया। माता के दर्शन के लिए आए कई भक्तों ने नर्मदा के आंवली घाट पर स्नान भी किया। नवरात्रि पर 24 घंटे श्रद्धालु सलकनपुर-बुदनी रोड पर चलते हुए दिखाई दिए। श्रद्धालुओं के लिए 10 जगह प्रसादी का इंतजाम किया गया है। पीने के लिए पानी के भी कई स्टॉल लगाए गए। भक्तों के लिए निशुल्क दवाओं की भी व्यवस्था की गई है।
उज्जैन में हरसिद्धि पीठ पर उमड़ी भीड़

उज्जैन के हरसिद्धि शक्तिपीठ पर नवरात्रि में रोजाना 8 से 10 हजार श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। सोमवार को महा अष्टमी पर 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। मंदिर के पुजारी रामचंद्र गिरि ने बताया कि मंदिर परिसर में लगे 2 दीप स्तंभ पर प्रतिदिन श्रद्धालुओं के माध्यम से दीपक प्रज्ज्वलित किए गए। नवरात्रि में दीप प्रज्ज्वलित करवाने के लिए 1 साल पहले से ही बुकिंग शुरू हो जाती है। महा अष्टमी पर्व पर महायज्ञ हुआ। कन्या पूजन कर फल वितरित किए गए। प्रशासन की ओर से एसडीएम ने शासकीय पूजा की। अष्टमी तक यहां 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन लाभ लिया।
मालवा की वैष्णो देवी, मान्यता- यहां के पानी से दूर होता लकवा और चर्म रोग
मध्यप्रदेश के नीमच से 18 किमी दूर विराजी मां भादवा माता मालवा की वैष्णो देवी के नाम से पहचानी जाती हैं। यहां माता के दर्शन करने लिए श्रद्धालु देश सहित विदेश से भी पहुंचते हैं, क्योंकि यहां का पानी अमृत माना जाता है, जिससे लकवे और चर्म रोगियों को काफी फायदा होता है। यही कारण है कि माता के दरबार में हजारों की संख्या में श्रद्धालु आरोग्य की इच्छा लेकर आते हैं। यहां मध्यप्रदेश के अलावा, राजस्थान और गुजरात से भी ज्यादा संख्या में भक्त पहुंचते हैं।
नवमी तिथि दिन में 2.30 बजे तक, विसर्जन के सिर्फ तीन मुहूर्त…

आज नवमी तिथि दोपहर 2.30 बजे तक रहेगी इसलिए पूजा और विसर्जन के लिए सिर्फ तीन मुहूर्त ही रहेंगे। लेकिन, इस तिथि में दिन की शुरुआत होने से घरों में कुलदेवी पूजा और कन्या भोज के लिए पूरा दिन शुभ रहेगा। वहीं, मानस और रवियोग बनने से खरीदारी और नई शुरुआत के लिए पूरा दिन शुभ रहेगा। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
Source link