12 साल के लड़के की करतूत से इंदौर पुलिस चकराई!: पेमेंट रोकने पर दो देनदारों को 19 लाख की झूठी चोरी में फंसा दिया, जानिए रोचक मामला…

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इंदौर43 मिनट पहलेलेखक: कपिल राठौर
गुंडे-बदमाशों की धरपकड़ कर सीना तानकर चलने वाली इंदौर पुलिस को 12 साल के एक मासूम ने बुरी तरह छका दिया। 15 दिन पहले 19 सितंबर काे 19 लाख रुपए की चोरी में पुलिस ने दावा किया था कि डेढ़ सौ सीसीटीवी खंगालने के बाद एक संदिग्ध दिखाई दिया है। वह 12 साल का मासूम था। पुलिस ने यहां-वहां जानकारी निकालकर बच्चे का पता लगा लिया। उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाए। देखते ही बच्चा बोला- ‘ये मैं ही तो हूं’। यह बात सुनते ही मानो पुलिस बांछें खिल गईं। लगा कि केस सॉल्व हो गया। अब तो केवल गिरोह के बारे में पता करना है। लेकिन असली ट्विस्ट इसके बाद ही आया।
असली कहानी में आगे बढ़ें इससे पहले घटना के बारे में जान लीजिए। 15 दिन पहले 19 सितंबर की शाम लोहा मंडी के परेश स्टील का कर्मचारी अनिल ने शाम को 19 लाख रुपए कैश एक्टिवा की डिक्की में रखे। अचानक तेज बारिश हुई और लाइट चली गई। अनिल एक्टिवा की डिक्की में पैसे छोड़कर अंदर आ गया। बारिश रुकने पर अनिल ने डिक्की खुली देखी, नोट का बैग वहां नहीं था। यह जानकारी उसने तत्काल मालिक को दी। जांच के बाद पुलिस ने इसी दिन केस दर्ज कर लिया।

एक्टिवा की डिक्की से 19 लाख रुपए चोरी के मामले में जांच करती पुलिस।
अब जानिए पुलिस को कैसे छकाया मासूम ने
पुलिस ने उसे चॉकलेट खिलाई, बिस्किट-कुरकुरे खिलाए, कोल्डड्रिंक भी पिलाई। माता-पिता के बारे में पूछा, स्कूल-कक्षा के बारे में जानकारी ली। जब पुलिस को यकीन हो गया कि बच्चा हर सवाल का जवाब दे रहा है तो उससे पूछा तुम्हारे साथ और कौन था। उसने तत्काल दो लोगों के नाम बता दिए। बच्चे ने कहा सीसीटीवी में दिखाई दे रहे बदमाशों में से एक परदेशीपुरा में रहता है और सरवटे बस स्टैंड पर ऑटो चलाता है। जबकि दूसरा बदमाश खजराना का भाउ साहब है। पुलिस ने बिना देर किए अपना नेटवर्क एक्टिव किया और रेकी कर दोनों को उठा लिया। थाने लाकर पूछताछ की। वे कहते रहे हमारा इस केस से कोई लेना देना नहीं। लेकिन पुलिस तो पुलिस ठहरी। पांच दिन तक जमकर खातिरदारी की। मोबाइल लोकेशन निकाली। परिवार वालों को बुलाकर पूछा। जब पुलिस को कोई क्लू नहीं मिला तो बच्चे से फिर पूछा।
अब जानिए बच्चे ने क्यों लिया दोनों का नाम
बच्चे ने पुलिस से जो कहा वह चौंकाने वाला है। बच्चे की ये बात सुनकर पुलिस ने सिर पिट लिया। उसने पुलिस से कहा ‘वह अखबार बांटता है। परदेशीपुरा वाले ऑटो चालक ने उसके पेपर के रुपये नहीं दिए थे। जिससे उसका विवाद भी हुआ था। उसे फंसाने के लिये उसका नाम लिया था। वहीं भाउ से भी उसका खाने की बात पर विवाद हुआ था। यहां बच्चे ने दो और लोगों के नाम बताए थे। इनका भी बच्चे से पुराना विवाद था। लेकिन पुलिस ने इन दो को नहीं उठाया।’
पुलिस को ऐसे हुआ बच्चे पर शक
पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज निकाले। काली बाइक पर दो युवक संदिग्ध दिखाई दिए। इसके बाद एक बच्चा भी वहां से निकलते दिखाई दिया। पुलिस ने जब बच्चे की जानकारी निकाली तो पता चला कि वह 12 साल का लड़का है। जो लुनियापुरा इलाके में रहकर अखबार बांटता है।
आगे क्या –
पुलिस मामले की नए सिरे से तफ्तीश में जुट गई है। अब तक जिन डेढ़ सौ सीसीटीवी को खंगाला है उनके अलावा अन्य सीसीटीवी फुटेज भी देख रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़कर 19 लाख की लूट का खुलासा कर दिया जाएगा।
और इधर, 27 लाख की लूट में खात्मे की तैयारी

लोहा मंडी में 3 साल पहले भी 27 लाख रुपए की लूट हुई थी।
लोहामंडी में ही तीन साल पहले हुई 27 लाख की लूट के मामले में पुलिस खात्मा करने की तैयारी में है। लोहा मंडी में अमरजीत सिंह छाबड़ा के साथ 21 मई 2019 को एक वारदात हुई थी। जिसमें उनकी कार से 27 लाख रुपए से भरे बैग को तीन संदिग्ध चुराकर ले गए थे। छाबड़ा का लोहामंडी में स्टील का व्यापार होने के साथ कार डीलर का ही काम था। वह बेटे सिमरन के साथ जाकर बैंक में इस अमाउट को जमा कराने वाले थे। इस दौरान दो दिन बैंक की छुटटी थी। रात में कार पंचर होने पर उन्होंने स्टेपनी निकालने के लिए कार की डिक्की खोली। इस दौरान कार के पास ही कुछ बदमाश विवाद करने लगे। छाबड़ा का ध्यान उन पर चला गया। इस दौरान अन्य बदमाश ने कार की पिछली सीट पर रखा रुपए से भरा बैग चुरा लिया। मामले में पुलिस ने 100 से ज्यादा कैमरों के फुटेज देखे। लेकिन बदमाशों का पता नहीं चला। इस मामले में पुलिस ने खात्मे की तैयारी कर ली है।
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