11 साल की दुष्कर्म पीड़ित बेटी का दर्द: पापा कहते हैं- खाने के बदले में तुझे भी कुछ देना होगा

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सागर6 घंटे पहलेलेखक: जितेंद्र तिवारी

मां घर पर नहीं थी। पिता ने मेरे साथ गलत काम किया। मैं चीखती चिल्लाती रही, लेकिन वो नहीं माने। इसके बाद डेढ़ साल तक उन्होंने मेरे साथ कई बार गंदी हरकत की। मैं विरोध करती हूं, तो कहते हैं खाने के बदले में तुझे कुछ देना होगा।

रोंगटे खड़े करने वाली यह दास्तां बीना की रहने वाली 11 साल की बच्ची की है। पहले मां चल बसी, तो 2 बेटियों की देखभाल के लिए पिता एक महिला को ले आए। बाद में पिता का साया उठ गया, तो सौतेली मां ने भी दूसरी शादी कर ली। सौतेले मां-बाप से थोड़े समय तो प्यार-दुलार मिला। फिर वो मिला जो भुलाया नहीं जा सकता।

छोटी बहन 9 साल की है, बड़ी बहन 11 साल की। सौतेले पिता ने बड़ी बेटी को हवस का शिकार बनाया। छोटी बहन को यह सब नहीं झेलना पड़े, इसलिए कई बार घर से भागने की कोशिश भी की, लेकिन हर बार पकड़ी गई। सौतेले पिता की मार खाती। हाथ-पैर फूल जाते। शरीर नीला पड़ जाता। कई दिनों तक कुछ भी खाने को नहीं मिलता। दोनों बहने एक-दूसरे को देखकर सिसकती रहतीं। कोई रास्ता नजर नहीं आता।

इसी महीने की शुरुआत में वो बीमार पड़ गई। घर का काम नहीं कर पा रही थी। 12 अक्टूबर को सौतेला पिता दोनों बहनों को बीमार हालत में उनके पैतृक गांव के बाहर छोड़ आया। गांव के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। बेटी का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

पहले पढ़िए क्या है पूरा मामला…

सौतेले पिता ने 5 बार रेप किया…
पीड़ित बच्ची ने सौतेले पिता के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत की। पिता ने 5 बार गलत काम किया। विरोध करने पर वे उसे पीटते थे। मां को पिता की हरकतें बताई तो उन्होंने भी चुप करा दिया। नाबालिग की शिकायत पर पिता के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कर लिया गया है। वहीं सौतेली मां को भी आरोपी बनाया गया है। घटना विदिशा के त्योंदा थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने केस डायरी विदिशा पुलिस को भेजी है। दोनों बच्चियों को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है। बाल कल्याण समिति के आदेश पर दोनों बच्चियों को सागर के आश्रम में रखा गया है। विशेष किशोर इकाई प्रभारी ज्योति तिवारी को दुष्कर्म की शिकार बच्ची ने जब अपनी दास्तां सुनाई तो सबकी आंखें नम हो गईं। पढ़िए पीड़िता की आपबीती…

‘वो मेरे सौतेले पिता हैं। मेरे साथ कई बार गलत हरकत की। जब घर में कोई नहीं रहता तो मेरे पास आकर सो जाते। कपड़ों में हाथ डालते। जब मैं कुछ बोलती तो कहते, तुझे खाने के लिए दे रहा हूं… बदले में तुझे भी कुछ देना होगा। सबके सामने मैं अपनी बेबसी नहीं बता सकती। वो बहुत गंदे हैं। उनके दिए कई जख्म हम दोनों बहनों ने सहे हैं। जब तक मेरे पापा जिंदा थे, हमारी हर जिद पूरा करते।

यह कहते हुए 11 साल की बच्ची रोने लगती है। उसकी काउंसिलिंग कर रही महिला भी चुप्पी साध लेती है। अपने आप को संभालने के बाद बच्ची फिर बोलती है…

‘एक बार नहीं, 5 बार उन्होंने मेरे साथ दुष्कर्म किया। जब भी मैंने आवाज उठाने की सोची, तो इतना पीटा कि शरीर पर निशान पड़ गए। मुझे तो ना उनके पास जाना है और ना ही उनके साथ रहना। साथ ले गए और पढ़ाई छुड़वा दी। घर में नौकरानी की तरह काम कराया। दिनभर में एक बार ही खाने को देते थे। मैं ही मेरी छोटी बहन पर भी उन्होंने अत्याचार किए।

4 साल पहले मां की मौत, सौतेली मां लाकर पिता भी चल बसे
‘4 साल पहले बीमारी से मेरी मां की मौत हो गई। पिता ने हम दोनों बहनों की देखभाल के लिए दूसरी शादी की। सौतेली मां आई। कुछ दिन तब सब ठीक चला। वो हम दोनों का पूरा ख्याल रखती थी, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। करीब डेढ़ साल पहले पिता का निधन हो गया। सगे माता-पिता का साया उठने के बाद हम दोनों बहनें सौतेली मां के भरोसे रह गईं।

सौतेली मां की उम्र अभी 50 साल है। एक साल पहले ही उन्होंने विदिशा के त्योंदा में शादी कर ली। सौतेले पिता उम्र में मां से 10 साल छोटे हैं। शुरुआत में दोनों बहनों को ठीक से रखा। हम दोनों खुश रहने लगे थे। फिर सौतेली मां हम दोनों को साथ लेकर विदिशा आ गई। यहां आने के साथ ही दोनों बहनों की जिंदगी नर्क बन गई।

सौतेली मां हमसे घर का काम कराती थी
‘6 महीने बाद पिता ने प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। वे वेयर हाउस में काम करते हैं। वहीं पास में कमरा लेकर रहते हैं। मां दिनभर बैठी रहती थी और हम लोगों से नौकरानी की तरह घर का पूरा काम कराती थी। मैं खाना बनाती, बर्तन साफ करती और कपड़े धोती थी। छोटी बहन घर का झाड़ू-पोंछा करती थी। बदले में एक टाइम का खाना दिया करती थी।

यदि किसी दिन काम करने से मना कर देते थे, तो बहुत मार पड़ती थी। इसी बीच पिता गलत नजर रखने लगा। घर पर मां नहीं होने का फायदा उठाकर पहली बार दुष्कर्म किया। मैं चिल्लाती, चीखती रही। लेकिन वो नहीं माने। मां के घर लौटने पर पिता की करतूत के बार में बताया तो मां ने चुप करा दिया।’

पिता की दरिंदगी से बचने घर से भागी बेटी
एक बार दरिंदगी करने के बाद पिता अक्सर बेटी को परेशान करने लगा। वह कहता था कि जो खा रही हो उसका बदला चुकाना पड़ेगा। खाने के बदले में कुछ देना पड़ेगा। इसके बाद पिता ने पांच बार बेटी के साथ गलत काम किया। पिता की हरकतों से परेशान होकर 3 से 4 बार पीड़िता अपनी छोटी बहन के साथ घर से भागने की कोशिश कर चुकी थी, लेकिन पिता दोनों को हर बार पकड़ लेता। घर ले जाकर दोनों को पीटता था। माता-पिता इतना पीटते थे कि बच्चियों के शरीर पर नीले निशान पड़ जाते थे।

बीना पहुंची बच्चियां तो सामने आई पिता की करतूत
माता-पिता से प्रताड़ित दोनों बहनें बीना में अपने रिश्तेदारों के घर पहुंच गईं। उनकी हालत नाजुक थी। गांव के सरपंच की मदद से उन्हें बीना अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में जब डॉक्टर्स ने उसकी जांच की, तो खून की कमी पाई गई। आयरन की भी कमी मिली। बच्चियों की हालत को देखते हुए पुलिस ने दो यूनिट ब्लड की व्यवस्था की।

अब उसके स्वास्थ्य में सुधार है। बीना में रहने वाले परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस की पूछताछ में बच्चियों ने अपनी आपबीती बताई तो पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। सौतेले पिता और मां के खिलाफ जीरो पर प्रकरण दर्ज किया गया है। घटनाक्रम विदिशा जिले का होने के कारण आगे की कार्रवाई के लिए केस डायरी विदिशा पुलिस को भेजी गई है।

आश्रम में हंस-खेल रही हैं दोनों बहनें
पिता के सितम की शिकार बहनें डरी सहमी थीं। आश्रम में आने के बाद 2-3 दिनों तक कुछ भी नहीं बता पा रही थी। पुलिस ने दोनों बच्चियों को साथ ले जाकर खाना खिलाया। साथ में रखा और बात की तो बच्चियों ने बात करना शुरू की। इस समय दोनों बच्चियां सागर के आश्रम में रह रही हैं। यहां उनकी देखभाल की जा रही है। नतीजा, दोनों बच्चियां सदमे से उभर रही हैं और हंस-खेल रही हैं। अब वे दूसरे बच्चों से बात करती हैं।

विशेष किशोर पुलिस इकाई ने दोनों बच्चियों के दस्तावेज परिवार वालों से मांगे है, ताकि आगे की पढ़ाई के लिए बच्चियों का स्कूल में दाखिला कराया जा सके। मामले की जांच अधिकारी प्रतिमा मिश्रा ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने के बाद अब पुलिस दोनों बहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहती है।

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