ज्यादा ठंडा नहीं रहेगा नवंबर: 3 साल में इस बार सबसे गर्म; 2 सप्ताह में तापमान 10 डिग्री तक ही गिरा

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भोपाल22 मिनट पहलेलेखक: अनूप दुबे
मध्यप्रदेश में इस बार नवंबर महीना बीते 3 साल में सबसे गर्म है। इस बार बारिश ज्यादा हुई है तो ठंड भी ज्यादा पड़ेगी, लेकिन नवंबर के दूसरे सप्ताह में न्यूनतम तापमान गिरकर 13 डिग्री सेल्सियस तक ही आ पाया है। सिर्फ मंडला और रायसेन में यह सबसे कम (अब तक 11 डिग्री सेल्सियस तक) आया है। इससे पहले साल 2019 में नवंबर महीने में प्रदेश के अधिकांश इलाकों में न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस तक रहा था। इससे पहले इस समय तक तापमान 10 डिग्री तक आ जाता है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह से जानते हैं कि नवंबर महीने में कैसी सर्दी रहेगी…
अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में मानसून की विदाई हुई थी। 10 साल में यह तीसरी सबसे लेट विदाई थी। इसके बाद मौसम एकदम शुष्क हो गया। हिमालय में बर्फबारी और पाकिस्तान से एक के बाद एक हवाएं (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) आने के कारण अक्टूबर में ठंड महसूस हुई, लेकिन अब वैसी परिस्थितियां नहीं बन रही हैं। अभी सिर्फ 2 वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आए हैं। हिमालय पर कुछ बर्फबारी हुई, लेकिन अभी ज्यादा ठंड नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी 15 नवंबर तक इसी तरह का मौसम रहेगा। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के ज्यादा होने के कारण पिछले साल की तुलना में इस बार नवंबर में ज्यादा ठंड पड़ने की संभावना कम है।
यूरोप ज्यादा ठंडा नहीं हो रहा
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की उत्पत्ति कम दबाव वाले क्षेत्र भू-मध्यसागरीय क्षेत्र, यूरोप के अन्य भागों और अटलांटिक महासागर में होती है, क्योंकि यह अशांत हवाएं भारत में पश्चिम दिशा से प्रवेश करती हैं, इसलिए इन्हें वेस्टर्न डिस्टर्बेंस कहा जाता है। यह एक महीने में 4 से 5 बार आते हैं। इस बार यूरोप में ज्यादा ठंड नहीं पड़ रही है। इस कारण भारत में ठंड एंट्री नहीं कर पा रही है।

भोपाल की वीआईपी रोड पर लोग सड़क किनारे शाम को गुलाबी ठंड का लुत्फ लेते नजर आ रहे हैं। यहां शाम होते ही लोगों की आवाजाही बढ़ जाती है।
नवंबर को शांत महीना भी कहते हैं
दक्षिण-पश्चिम मानसून खत्म होने के बाद नवंबर में मौसम में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं होता। इसी कारण, मौसम के लिहाज से इसे शांत महीना भी कहते हैं। यह महीना खुशनुमा मौसम वाला होता है, क्योंकि इसमें न तो ज्यादा गर्मी पड़ती है और न ज्यादा ठंड। उमस भी परेशान नहीं करती। इस दौरान मध्यप्रदेश में आसमान सामान्य तौर पर साफ या हल्के बदलों से घिरा रहता है। मानसून की नमी उत्तरी हवाएं ले लेती हैं।
सतही हवाओं का रुख पूर्वी या उत्तर पूर्वी हो जाता है। सुबह-शाम और रात में सर्द मौसम से गुलाबी ठंड होने लगती है। हालांकि इस बार नवंबर में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री के आसपास रहने के कारण अब तक मौसम ज्यादा खुशनुमा नहीं हुआ है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून खत्म होने के बाद नवंबर में मौसम में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं होता। इसी कारण, मौसम के लिहाज से इसे शांत महीना भी कहते हैं।
शुरुआती 2 सप्ताह 3 साल में सबसे गर्म
मध्यप्रदेश में इस बार नवंबर के शुरुआती 2 सप्ताह ज्यादा गर्म रहे हैं। इस दौरान कई इलाकों में रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे चला जाता है, लेकिन इस बार तापमान सबसे कम 11 डिग्री तक आया है। पचमढ़ी में जरूर यह 9 डिग्री तक पहुंचा, लेकिन हिल स्टेशन होने के कारण मौसम विभाग इसे रिकॉर्ड में नहीं लेती। साल 2019 का नवंबर सबसे गर्म रहा था। इस दौरान न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक रहे थे। इस साल यह 13 से 15 डिग्री के बीच बना हुआ है। साल 2020 और 2021 में यह 11 डिग्री के नीचे रहा था।

मध्यप्रदेश में इस बार नवंबर के शुरुआती 2 सप्ताह ज्यादा हॉट हैं। इस दौरान कई इलाकों में रात का तापमान 10 डिग्री के नीचे चला जाता है, लेकिन इस बार तापमान सबसे कम 11 डिग्री तक आया है।

(मध्यप्रदेश में बीते 4 साल में नवंबर के 2 सप्ताह में सबसे कम न्यूनतम तापमान।)
सबसे ठंडा रहता है ग्वालियर
मध्यप्रदेश के 4 शहरों की बात करें, तो ग्वालियर प्रदेश में सबसे ठंडा रहता है। इस दौरान न्यूनतम तापमान यानी रात का पारा 8 डिग्री सेल्सियस के नीचे तक आ जाता है, लेकिन अभी की स्थिति में यह सबसे कम 15.3 डिग्री तक ही आ सका है। ग्वालियर में 2 नवंबर 2001 को दिन का पारा सबसे ज्यादा 37.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। रात का पारा सबसे कम 29 नवंबर 1970 में 3 डिग्री तक आ गया था। साल 1927 में सबसे ज्यादा बारिश 88.1 मिमी और 4 नवंबर 1927 को 24 घंटों के दौरान सबसे ज्यादा बारिश 65.5 मिमी हुई थी।

भोपाल का मौसम सबसे खुशनुमा
नवंबर में राजधानी का मौसम सबसे खुशनुमा रहता है। इस दौरान रात का पारा 10 से 12 डिग्री तक रहता है। भोपाल में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा 4 नवंबर 1977 को 35.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। 30 नवंबर 1941 को न्यूनतम तापमान सबसे कम 6.1 डिग्री सेल्सियस। 1936 में अधिकतम कुल मासिक वर्षा 134.1 मिमी और 10 नवंबर 1969 को 24 घंटे में 76.4 मिमी है।

इंदौर में कम होती है बारिश
इंदौर में उच्चतम अधिकतम तापमान 5 नवंबर 1925 को 35 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 25 नवंबर 1938 को न्यूनतम तापमान सबसे कम 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वर्ष 1946 में अधिकतम कुल मासिक वर्षा 217.4 मिमी और 10 नवंबर 1969 को 24 घंटे में 82.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इंदौर नवंबर में अपेक्षाकृत अन्य शहरों की तुलना में थोड़ा गर्म रहता है।

जबलपुर में 11 से नीचे आ जाता है रात का पारा
जबलपुर में नवंबर में अच्छी ठंड पड़ने लगती है। इस दौरान रात का पारा 11 डिग्री सेल्सियस से नीचे तक आ जाता है। जबलपुर में अधिकतम तापमान 7 नवंबर 1976 को सबसे ज्यादा 35.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 12 नवंबर 1889 को न्यूनतम तापमान सबसे कम 3.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। 1946 में अधिकतम कुल मासिक बारिश 154.7 मिमी और 1 नवंबर 1956 को 24 घंटे में 93.5 मिमी है।

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