पति के दफनाए शव को निकालने की लगाई गुहार: संदिग्ध हालत में 1 साल पहले हुई थी मजदूर की मौत, पत्नी ने परिक्षण करने की मांग की

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बैतूल17 मिनट पहले
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सीहोर के घोड़ाडोंगरी के दुलारा गांव में लगभग एक साल पहले संदिग्ध परिस्थितियों में हुई पति की मौत पर उसकी पत्नी ने अब संदेह के आधार पर शव का फिर से परीक्षण करने की मांग की है। दरअसल, रोजगार न मिलने के कारण दुलारा के विनोद उईके शाहगंज में कृषि आधारित मजदूरी करने गांव के अन्य लोगों के साथ गया था। इस दौरान 14 जुलाई 2021 को विनोद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
इस मामले में विनोद की पत्नी लक्ष्मी उइके ने मंगलवार कलेक्टर को सौंपे आवेदन में बताया कि उन्हें 14 जुलाई 2021 को एक महिला का फोन आया, कहने लगी तुम्हारे पति की मौत हो गई है। लक्ष्मी ने बताया कि इसके बाद वे परिवार के साथ मृत पति को देखने होशंगाबाद निकल चुके थे। जैसे ही शाहपुर पहुंचे उन्हें पप्पू पटेल नामक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि आपको होशंगाबाद आने की जरूरत नहीं है, मृतक का शव परीक्षण करवा दिया है। शव को दुलारा गांव में लाया गया है। मृतक विनोद की पत्नी का कहना है कि जब उन्होंने शव को देखा तो दाहिने हाथ में सुजन के साथ हाथ मुडा हुआ था। माथे पर मोटी सुजन के साथ दोनों पैरो की पिंडलिओं में सुजन दिखाई दे रही थी।
अन्य मजदूरों ने किया मारपीट का खुलासा
फरियादी लक्ष्मी ने बताया कि मृतक पति के साथ मजदूरी करने गई गांव की रिंकी उईके, सुनिता मर्सकोले, करिश्मा, बिल्ली, फुलमा और ओझे ने बताया कि विनोद को संतोष उर्फ पप्पू चौहान, संजीव उर्फ संजू चौहान तथा अन्य लोगों ने ग्राम मछवाई (थाना शाहगंज जिला सिहोर) में 13 जुलाई 2021 को हमारे सामने रात्रि में डंडों से मारपीट की थी। यह घटना उनके सामने हुई थी।मारपीट की घटना सामने आने के बाद लक्ष्मी ने आग्रह किया कि संदेह कि स्थिति में शव का फिर से परीक्षण होता है। उन्होंने शव का परीक्षण कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
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