हाथी प्रभावित गांवों में फसल नुकसान का आंकलन व सर्वे शुरू
धमतरी, 16 सितंबर ।दंतैल हाथियों के गरियाबंद लौटने के बाद हाथी प्रभावित क्षेत्रों में हुए धान फसल नुकसान का अधिकारी-कर्मचारियों की टीम द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है। पंचनामा, मूल्यांकन प्रतिवेदन भरने व निरीक्षण के बाद ही प्रभावित किसानों को वन विभाग से मुआवजा दिया जाएगा। मगरलोड व नगरी ब्लाक के कई गांवों में हाथियों ने धान फसल को नुकसान पहुंचाया है। ऐसे किसानों के खेतों में जाकर नुकसान सर्वे व आंकलन जारी है।
नगरी ब्लाक के ग्राम मारदापोटी में पिछले दिनों चार हाथियों ने किसानों के धान फसल को रौंदकर व खा कर नुकसान पहुंचाया था। किसानों द्वारा जानकारी देने पर क्षेत्र के पटवारी, सरपंच, सहायक परिक्षेत्र अधिकारी बनरौद, परिसर रक्षक बनरौद तथा ग्रामीणों की उपस्थिति में प्रभावित किसानों के धान फसल का अधिकारी-कर्मचारियों की टीम ने निरीक्षण किया। अधिकारियों ने पंचनामा, मूल्यांकन प्रतिवेदन भरा। वहीं संयुक्त रूप से मौका निरीक्षण किया गया, ताकि प्रभावित किसानों को वन विभाग से मुआवजा मिल सके।
हाथियों ने केरेगांव परिक्षेत्र के डोंगरीपारा, बागबुड़ा पारा, गेदरापारा, बरबांधा, बनबगौद, खड़ादाह, कुम्हड़ा समेत कई अन्य गांवों के किसानों के धान फसल को हाथियों ने नुकसान पहुंचाया है। हाथी प्रभावित इन गांवों तक अब अधिकारी-कर्मचारियों की टीम पहुंचकर फसल नुकसान का मौका निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार करेंगे, ताकि किसानों को लाभ मिल सके।
उल्लेखनीय है कि धान फसल को हाथियों द्वारा रौंदने व खाने से भारी नुकसान हुआ है। इसी तरह मगरलोड ब्लाक के हाथी प्रभावित ग्राम राजाडेरा, परसाबुड़ा, रेंगाडीह, हथबंध, जलकुंभी समेत अन्य गांवों के किसानों के धान फसल को दंतैल हाथियों ने जमकर नुकसान पहुंचाया है, इससे यहां के किसानों को भी नुकसान हुआ है। प्रभावित किसानों ने भी इस क्षेत्र में फसल नुकसान आंकलन व सर्वे करने की मांग की है, ताकि उन्हें मुआवजा मिले और फसल की भरपाई हो सके।
धमतरी जिला के हाथी मानिटरिंग टीम के अनुसार 15 सितंबर को एक हाथी अभी भी धमतरी जिले के उत्तर सिंगपुर क्षेत्र में विचरण करते हुए किसानों के धान फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं, इससे किसान परेशान है। वन विभाग की टीम इस हाथी पर नजर रखे हुए है। हाथी प्रभावित क्षेत्रों में वाइल्ड लाइफ एसओएस टीम केरेगांव परिक्षेत्र के स्टाफ द्वारा संयुक्त रूप से वन्यप्राणी हाथी से सुरक्षा व निगरानी के लिए जागरूकता अभियान कार्यक्रम चला रहे हैं, ताकि ग्रामीणों को किसी तरह हानि न हो।