स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सीएम सख्त — मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के दिए निर्देश

कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस 2025 में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दिए स्पष्ट निर्देश, कहा — स्वस्थ छत्तीसगढ़ से ही बनेगा “सशक्त और समृद्ध छत्तीसगढ़”
रायपुर, 12 अक्टूबर 2025। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर मंत्रालय में आयोजित कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस 2025 के दौरान प्रदेश के सभी कलेक्टरों को स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की नियमित समीक्षा और निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसे मिशन मोड में आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में प्रभावी कमी लाने पर विशेष बल देते हुए कहा कि सभी अस्पतालों में शत-प्रतिशत प्रसव सुनिश्चित किए जाएं। गर्भवती माताओं और बच्चों के टीकाकरण सत्र निर्धारित तिथियों पर अनिवार्य रूप से आयोजित हों तथा उनकी फील्ड वेरिफिकेशन द्वारा पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
श्री साय ने यह भी निर्देश दिया कि प्रत्येक मातृ मृत्यु के मामलों में मैटरनल डेथ ऑडिट अनिवार्य रूप से किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस रणनीति तैयार की जा सके।
उन्होंने कहा कि एनआरसी केंद्रों का संचालन सतत और प्रभावी रहे, माताओं और बच्चों के पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाए। वेलनेस सेंटरों के माध्यम से गैर-संचारी रोगों (NCDs) के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जाए।
मुख्यमंत्री ने बस्तर संभाग के जिलों में मलेरिया के हॉटस्पॉट क्षेत्रों की पहचान कर वहां विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए, ताकि राज्य को मलेरिया-मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के लक्ष्य की दिशा में ठोस प्रगति हो सके।
साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री वय वंदना योजना के अंतर्गत सभी पात्र वृद्धजनों का पंजीयन और कार्ड निर्माण प्राथमिकता से पूर्ण किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा, “स्वस्थ नागरिक ही सशक्त राज्य की नींव हैं, और स्वस्थ छत्तीसगढ़ के माध्यम से ही हम सशक्त व समृद्ध छत्तीसगढ़ का सपना साकार कर सकते हैं।”