स्मार्ट मीटर परियोजना और बिजली क्षेत्र के निजीकरण के खिलाफ माकपा ने दिया धरना, बिजली बिल बढ़ोतरी का किया विरोध

धमतरी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने स्मार्ट मीटर परियोजना, बिजली क्षेत्र के निजीकरण और बिजली बिलों में भयंकर वृद्धि के खिलाफ आज यहां गांधी चौक में धरना दिया, आमसभा की और अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में विद्युत विभाग में ठेकादारी प्रथा समाप्त करने तथा अस्थायी एवं संविदा कर्मियों को स्थायी करने की भी मांग की गई है।
आज यहां जारी विज्ञप्ति में माकपा नेताओं ने आरोप लगाया है कि बिजली के क्षेत्र में केंद्र और छत्तीसगढ़ राज्य सरकार मिलकर जिन कॉरपोरेटपरस्त नीतियों को लागू कर रही है, उससे आम जनता का जीवन दूभर हो गया है, क्योंकि घरेलू, कृषि और उद्योग – सभी तरह की बिजली महंगी हो गई है। भाजपा सरकार द्वारा बिजली दरों में वृद्धि करने और 400 यूनिट खपत पर हाफ बिल योजना वापस लेने के बाद उपभोक्ताओं को पहले की तुलना में तीन गुना ज्यादा बिजली बिल आ रहे हैं। अधिकांश घरों में जो स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं, वे भी तकनीकी रूप से दोषपूर्ण हैं और साधारण मीटरों की तुलना में बहुत ज्यादा खपत दिखा रहे हैं, जिसके कारण भी बिजली बिल बढ़े-चढ़े आ रहे हैं।
धरना में शामिल माकपा, सीटू और छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेताओं ने सभा को संबोधित करते हुए बिजली क्षेत्र के निजीकरण पर अपना रोष व्यक्त किया और कहा कि स्मार्ट मीटर और इसे प्री-पेड से जोड़ने की योजना इसी मुहिम का हिस्सा है। भाजपा सरकार सबको सस्ती बिजली देने की अपनी जिम्मेदारी से मुंह मोड़ रही है और क्रॉस सब्सिडी खत्म कर रही है। इससे गरीबों के जिन घरों में आज उजाला है, वहां भी अंधेरा छा जाएगा, क्योंकि उनकी आय इतनी नहीं है कि निजी क्षेत्र से 20-25 रूपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीद सके। बिजली क्षेत्र का निजीकरण वास्तव में अंबानी और टाटा जैसे कॉरपोरेटों के मुनाफे बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। इस निजीकरण के कारण बिजली विभाग में काम कर रहे कर्मचारियों की नौकरियां भी खतरे में पड़ जाएगी, क्योंकि निजी कंपनियां कम मजदूरी पर मजदूरों से काम करवाती है। सभी वक्ताओं ने कहा कि अगर सरकार ने जनविरोधी नीतियाँ नहीं रोकीं, तो माकपा आम जनता को संगठित करके प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगी।

धरना स्थल पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, किसान और नागरिक उपस्थित रहे। माकपा जिला सचिव समीर कुरैशी सहित रेमनलाल यादव, सरला शर्मा, अनुसुईया कंडरा, दुर्गेश देवांगन, हरीश परते, अमरीका नागरची, अहिल्या ध्रुव आदि सीटू और किसान सभा के नेताओं ने धरना दे रहे कार्यकर्ताओं और आम जनता को संबोधित किया।




