स्कूल प्रबंधकों एवं प्राचार्यों को कार्यशाला में एसपी विजय पाण्डेय ने दिये सुरक्षात्मक उपाय के टिप्स

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
जांजगीर चाम्पा – नये शिक्षण सत्र के शुरुआत में ही छात्र छात्राओं के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुये सजग विद्यालय सजग समाज विषय पर पुलिस अधीक्षक जांजगीर चांपा विजय कुमार पाण्डेय द्वारा जिले के सभी शासकीय एवं अशासकीय शिक्षण संस्थान स्कूलों के प्राचार्य एवं प्रतिनिधियों की कार्यशाला आज जिला पंचायत जांजगीर के ऑडिटोरियम हाल में किया गया।
बैठक में पुलिस अधीक्षक जांजगीर चांपा द्वारा प्राचार्य एवं प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुये समझाइश दिया गया कि यातायात के प्रति जागरूक होने और सड़क दुर्घटनायें रोकने के लिये आवश्यक है कि स्टॉफ टीचर एवं स्टूडेंट्स के लिये हेलमेट व सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य रूप से करें , स्कूली बसों/वैन की गति सीमा नियंत्रित हो , ज़्यादातर दुर्घटनायें लापरवाही से होती हैं इसलिये सावधानी ही सुरक्षा है। सड़क पार करते समय ज़ेब्रा क्रॉसिंग का उपयोग करें , ट्रैफिक नियमों की जानकारी छात्रों को नियमित रूप से दी जाये। स्कूली बसों की तकनीकी और यांत्रिक जांच अनिवार्य रूप से कराई जाये , ड्राइवर और कंडक्टर का चरित्र सत्यापन कराया जाये। बसों और प्राइवेट वैन में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रुप से लगवाया जाये। सुरक्षा के लिये अपराधिक प्रवृत्ति वाले व्यक्तियों को नियुक्त ना करें , हर कर्मचारी का चरित्र सत्यापन अनिवार्य रुप से कराया जाये , हर कर्मचारी स्वयं का अपराधिक रिकॉर्ड ना होने का शपथ पत्र देने के बारे में बताया गया। पालक-शिक्षक संवाद नियमित रूप से आयोजित किया जावे , बसों/वैनों की जानकारी , ड्राइवर का नंबर , रूट की सूचना पालकों को दी जाये , सूचना संप्रेषण में पारदर्शिता व तत्परता आवश्यक है। महिला स्टॉफ एवं छात्राओं के लिये आत्मरक्षा प्रशिक्षण आयोजित किया जाये इसके लिये स्कूल में महिला नोडल अधिकारी नियुक्त हों , स्कूलों में शिकायत पेटी लगाई जाये – उसकी चाबी महिला पुलिस रक्षा टीम के पास होगी। कक्षा पहली से छात्रों को गुड टच – बैड टच के बारे में जानकारी देना आवश्यक इस हेतु प्रशिक्षित महिला शिक्षिकायें और पुलिस कर्मी समय-समय पर सेशन लें , बच्चों को सिखाया जाये कि असहज महसूस होने पर तुरंत किसी विश्वसनीय व्यक्ति को इसकी जानकारी दें। नशा मुक्ति और ड्रग अवेयरनेस के तहत छात्रों में नशे की आदत की रोकथाम के लिये काउंसलिंग कराई जाये , स्कूल परिसर के आस- पास संदिग्ध गतिविधियों पर सतर्कता एवं पुलिस को जानकारी दें।
साइबर सुरक्षा और सोशल मीडिया के प्रति छात्र-छात्राओं को सतर्क रखें, अजनबी से चैट , फोटो शेयरिंग , गेमिंग में सावधानी बरती जाये , बच्चों को Online Privacy और Cyber bullying से बचाव की जानकारी दें। इस हेतु साइबर हेल्पलाइन 1930 , शिकायत पोर्टल (https://cybercrime.gov.in) का उपयोग किया जाये। प्रत्येक स्कूलों में सुरक्षा समिति गठित हो तथा सुरक्षा संवाद और अवेयरनेस सेशन हर माह आयोजित किया जाये। कार्यशाला में एसपी पाण्डेय ने स्कूलों में छात्र छात्राओं की सुरक्षा को रेखांकित करते हुये बताया कि जिले में रक्षा टीम का भी गठन किया गया है जिसके द्वारा स्कूल , कालेज लगने के समय से छूटने के समय तक शिक्षण संस्थानों के आसपास पेट्रोलिंग करके एवं शाम को उद्यानों , चौपाटी आदि भीड़भाड़ वाले स्थानों के पास गैर सामाजिक में संलिप्त लोगों पर सतत निगाह रखते हुये कार्यवाही भी की जायेगी। रक्षा टीम की 9479274003 व्हाट्सएप नंबर जारी किया गया है जिसमें बच्चे अपनी शिकायत भेज सकते हैं। उक्त कार्यशाला में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जांजगीर उमेश कुमार कश्यप , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात उदयन बेहार , सीएसपी जांजगीर श्रीमति कविता ठाकुर , डीएसपी सत्यकला रामटेके , जिला शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारीगण एवं जिले के लगभग तीन सौ शासकीय अशासकीय स्कूलों के प्राचार्य एवं प्रतिनिधि उपस्थित थे।