सेहत से खिलवाड़: पांच साल में फसल का रकबा सिर्फ 15 हजार हेक्टेयर बढ़ा लेकिन खाद की डिमांड दोगुनी

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Damoh
- Crop Area Increased By Only 15 Thousand Hectares In Five Years But Demand For Fertilizer Doubled
दमोह40 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

उत्पादन बढ़ाने की होड में किसानों ने खाद इस्तेमाल करने ही हदें पार कर दीं हैं। 5 साल पहले एक हेक्टेयर में 50 किलो डीएपी और यूरिया डाली जाती थी, लेकिन अब एक हेक्टेयर में 1 क्विंटल खाद का इस्तेमाल हाे रहा है। इस तरह खाद का इस्तेमाल 25 प्रतिशत तक बढ़ गया है। खेतों में जमीन बंजर हो रही है, तो दूसरी ओर कैंसर, किडनी, लीवर इंफेक्शन जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।
जिले में वर्ष 2018 में 4800 टन डिमांड थी, जो अब बढ़कर 10 हजार टन पहुंच गई है। इधर खाद की बढ़ती मांग को देखते हुए सरकारी तौर पर हर साल खाद की डिमांड बढ़ाई जा रही है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार पहले सिंचाई के साधन नाममात्र के थे, इसलिए खाद भी कम मात्रा में इस्तेमाल की जाती थी, लेकिन अब सिंचाई के साधन बढ़ने से खाद की डिमांड अधिक बढ़ गई है। और किसान की अपेक्षा अधिक मात्रा में खाद का इस्तेमाल करने लगा है।
लेकिन जमीन में लगातार बढ़ रहे खाद के इस्तेमाल को लेकर कृषि वैज्ञानिकों द्वारा इसके दूरगामी परिणाम को लेकर भी आगाह किया जा रहा है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. गिरीश जैन का कहना है कि वर्तमान में हर अनाज एवं सब्जियां रासायनिक खाद से तैयार हो रही हैं। इनके इस्तेमाल से शरीर में दूरगामी परिणाम सामने आते हैं। आठ से दस वषों में इसका असर भी दिखने लगते हैं। जिसमें कैंसर, किड़नी, लीवर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
इस वर्ष 3 लाख 19 हजार हेक्टेयर में बोवनी का किया लक्ष्य निर्धारित
जिले में पिछले कुछ वर्षों से सिंचाई का रकबा बढ़ गया है। वर्ष 2000 तक जिले में कुल 19 हजार 230 हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा थी, लेकिन नए-नए जलाशय व डेम बनने से अब जिले में 51 हजार 275 हेक्टेयर में सिंचाई होने लगी है। सिंचाई बढ़ने से गेहूं का रकबा भी बढ़ गया है। वर्ष 2018 में जिले में 95 हजार हेक्टेयर में गेहूं की बुआई होती थी, जो इस सा बढ़कर 1 लाख 45 हजार हेक्टेयर हो गई है। जिससे अब खेतों में पहले की अपेक्षा दुगुनी संख्या में खाद का इस्तेमाल होने लगा है।
जिले में वर्ष 2018 में 3 लाख 4 हजार हेक्टेयर में रबी फसल की बोवनी हुई थी। जो वर्ष 2019-20 में बढ़कर 3 लाख 15 हजार पर पहुंच गई। इस वर्ष 3 लाख 19 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसल की बोवनी का लक्ष्य कृषि विभाग द्वारा निर्धारित किया गया है।
Source link