सृजनोत्सव की रंगीन छटा से महका डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल कुसमुण्डा,रचनात्मक प्रतिभाओं से सजा इन्द्रधनुषी समारोह

कोरबा। डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल कुसमुण्डा में आयोजित सृजनोत्सव–इन्द्रधनुषी का भव्य शुभारंभ एसईसीएल कुसमुण्डा परियोजना के महाप्रबंधक एवं स्थानीय विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के चेयरमैन सचिन तानाजी पाटिल के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम में महाप्रबंधक (संचालन) अरविंद कुमार राय की गरिमामयी उपस्थिति रही।
प्रदर्शनी का औपचारिक शुभारंभ ऊर्जा महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती उज्ज्वला पाटिल ने किया। इस अवसर पर श्रीमती सुजाता राय, श्रीमती सीमा सिंह एवं श्रीमती सविता पाण्डेय विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल गेवरा के प्राचार्य श्री टी.पी. राव भी विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते रहे।
विद्यालय के ऊर्जावान प्राचार्य चन्द्र मोहन पाण्डेय के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित इस महोत्सव में विभिन्न यूनियन प्रतिनिधियों, पालकों एवं मीडिया कर्मियों ने सक्रिय सहभागिता निभाई। बच्चों की नवसृजनात्मक सोच, कौशल एवं सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगाए गए इस सृजनात्मक महोत्सव में विभिन्न विषयों के आकर्षक मॉडलों व प्रोजेक्ट्स की प्रदर्शनी सजाई गई।
भाषा-विज्ञान कक्ष में रस, मुहावरे, अलंकार आदि व्याकरणिक अवधारणाओं को मनोरंजक तरीके से प्रस्तुत किया गया। आर्ट एवं क्राफ्ट कक्ष में लोककला, चित्रकला, क्षेत्रीय पेंटिंग तथा ड्राइंग के विविध आयामों ने आगंतुकों का मन मोह लिया। गणित कक्ष में पाइथागोरस थ्योरी, बोडमास, थ्री-डी शेप्स एवं एंगल जैसी अवधारणाओं को रोचक गतिविधियों के माध्यम से समझाया गया।
विज्ञान कक्ष में आधुनिक जीवनशैली से जुड़े कई मॉडल आकर्षण का केंद्र बने। ब्लड डोनेशन, आई-कैंपेन, भ्रूण हत्या की प्रक्रिया, आईवीएफ प्रणाली एवं वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के वर्किंग मॉडल ने आगंतुकों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अवगत कराया।
विद्यालय की उपलब्धियों को दर्शाती फोटो गैलरी भी प्रमुख आकर्षण रही, जिसमें पिछले वर्षों की अनेक उल्लेखनीय गतिविधियों की झलक दिखाई दी। सामाजिक विज्ञान कक्ष में स्वर्ण मंदिर, लाल किला, संसद भवन, टेराकोटा, डिजास्टर अलर्ट, ऊर्जा संरक्षण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, इंडिया गेट आदि के ज्ञानवर्धक मॉडल प्रदर्शित किए गए।
इस वर्ष का विशेष आकर्षण रहा प्लैनेटोरियम, जिसमें बच्चों ने तारामंडल से जुड़ी सजीव गतिविधियों का रोमांचक अनुभव प्राप्त किया।
कार्यक्रम के संचालन एवं सफलता में विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों तथा सहयोगी टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा। सृजनोत्सव ने बच्चों की प्रतिभा, रचनात्मकता तथा सीखने की जिज्ञासा को नई उड़ान देने का कार्य किया।




