सीहोर की बेटी ने किया नाम रोशन: राष्ट्रीय स्तर पर लहराएंगी परचम, गुजरात के नेशनल गेम्स में मध्यप्रदेश की एक मात्र फुटबॉल रेफरी

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सीहोर8 घंटे पहले
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शहर के माधो सिंह गौर की सुपुत्री ज्योति गौर इन दिनों गुजरात में चल रहे खेलों में नेशनल गेम्स में बतौर रेफरी अपनी भूमिका निभा रही हैं। ज्योति गौर ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन से राष्ट्रीय स्तर की मध्य प्रदेश की एक मात्र महिला रेफरी हैं।
उन्होंने गोवा, हरियाणा, बंगाल, सिक्किम, उड़ीसा, मणिपुर, असम, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, पंजाब, मेघालय सहित सारे प्रांत में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व किया है। इन्होंने दो दर्जन से अधिक राष्ट्र स्तर के खेलों में बतौर निर्णायक अपनी भूमिका निभाई है। ज्योति गौर सीहोर शहर की फुटबॉल की बहुत अच्छी खिलाड़ी हैं।
14 बार किया मध्यप्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व
उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई सीहोर के उत्कृष्ट विद्यालय से की, उसके बाद इन्होंने भोपाल के बरकतुल्ला विश्वविद्यालय से बीपीएड, योगा का सर्टिफिकेट कोर्स, एमपीएड डिग्री प्राप्त की है। वर्तमान में ज्योति अपना अभ्यास चर्च ग्राउंड पर करती हैं। ज्योति 14 बार मध्यप्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। ज्योति ने सन 2014 में निर्णायक की परीक्षा पास की, इसके बाद सन 2017 में राष्ट्र स्तर की परीक्षा पास की।
पिताजी खो-खो के खिलाड़ी
सीहोर व परिजनों के लिए गौरव की बात है कि मध्यप्रदेश की एक मात्र महिला निर्णायक सीहोर से हैं और आज सीहोर सहित मध्य प्रदेश का नाम पूरे देश में रोशन कर रही हैं। ज्योति गौर के पिताजी माधो सिंह गौर एक रिटायर्ड ग्राम विस्तार अधिकारी हैं। ज्योति के घर में उनकी बड़ी बहन और एक छोटी बहन भी बेहतरीन हॉकी और फुटबॉल की खिलाड़ी हैं। इनके पिताजी भी खो-खो के खिलाड़ी रहे हैं, इसलिए पिताजी ने हमेशा सभी बच्चों को खेल और पढाई में हमेशा साथ दिया है।
फिटनेस के लिए रोज 4 घंटे करती हैं अभ्यास- कोच
ज्योति के कोच मनोज कन्नौजिया, नारायण काका ने बताया कि ज्योति अपने फिटनेस के लिए रोज 4 घंटे अभ्यास करते हैं और खेल मैदान पर अपने जूनियर का हमेशा सहयोग करती हैं। ज्योति गौर ने इससे पहले भी इंडियन वूमेंस लीग सीनियर नेशनल संतोष ट्रॉफी सब जूनियर, सीनियर नेशनल प्रतियोगिताओं में बतौर निर्णायक की भूमिका निभा चुकी हैं।
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