नपा सम्मेलन हाल में लगाई जा रही बैरिकेडिंग: सुरक्षा के मद्देनजर किया जा रहा इंतजाम, कांग्रेस पार्षद कर रहे विरोध

[ad_1]

नीमचएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

नगर पालिका के अधिकतर सम्मेलन हंगामे की भेंट चढ़ जाते है और हंगामे में ही प्रस्ताव पारित कर उन्हें पास कर दिया जाता है। सम्मेलन में कांग्रेस और बीजेपी पार्षदों का हंगामा करते हुए अध्यक्ष आसंदी का घेराव किया जाता रहा है। जिसको लेकर शुक्रवार को होने वाले नगरपालिका के विशेष सम्मेलन मैं सुरक्षा की दृष्टि से बंगला नंबर 60 अध्यक्ष आसंदी के सामने बैरिकेड लगाए जा रहे है।

नगरपालिका परिषद का विशेष सम्मेलन शुक्रवार को पुरानी नगर पालिका बंगला नंबर 60 में रखा गया है। सम्मेलन स्थल पर लोहे की जाली लगा दी गई है। इस तरह से बेरिकेटिंग की गई है कि कोई आसंदी तक पहुंचकर अपनी बात नहीं रख सकते और किसी भी प्रकार का हंगामा अध्यक्ष आसंदी के आसपास नहीं किया जा सकेगा। जिसका विरोध कांग्रेस पार्षद कर रहे है वार्ड क्रमांक 21 के कांग्रेस समर्थित पार्षद कविता मोनू लोक्स ने कहा कि इस सम्मेलन में बीस हजार वर्गफीट जमीन भाजपा को देने का प्रस्ताव रखा गया है, जबकि पूर्व में भाजपा को अरबों रूपए की जमीन आंवटित हुई है,वहां पर भवन निर्माण नहीं हो रहा और टीनशेड में भाजपा कार्यालय संचालित हो रहा है तो यह भाजपा का अंदरुनी मामला है।

नगरपालिका अध्यक्ष स्वाति चौपड़ा को अध्यक्ष बनने के बाद जमीनों की बंदरबाट शुरू हो गई है। बंगला नंबर 60 में गरीबों के लिए कॉलोनी बनाई जाने की योजना के अलावा खेल मैदान के लिए आरक्षित जमीन है, ऐसे में भाजपा को जमीन देना एक तरह से किसी पार्टी को फायदा पहुंचाना है। कोई भी पार्टी जनता से बडी नहीं है। नगरपालिका अध्यक्ष स्वाति चौपडा ने भाजपा को जमीन देने का प्रस्ताव लाकर पद का दुरूपयोग किया है।

नगरपालिका ने जनता के हित में कोई प्रस्ताव नहीं रखा गया है, अगर वास्तव में अध्यक्ष जनता के हितैषी है तो नगरपालिका की खाली पड़ी जमीनों को संरक्षित कर वहां पर कॉलोनियां का निर्माण करें और लोगों को सस्ते दामों पर भूखंड उपलब्ध करवाए। भाजपा को जमीन देने के प्रस्ताव का शहरवासी विरोध कर रहे है।

परिषद सम्मेलन में विरोध से बचने के लिए सम्मेलन स्थल पर बैरिकेड्स लगा दिए गए है। पार्षद लोक्स ने बताया कि परिषद में भाजपा के पार्षद अधिक है, ऐसे में अगर बहुमत का फायदा उठाकर प्रस्ताव पारित करवाया जाता है तो जनहित में मामला कलेक्टर न्यायालय में ले जाएंगे और किसी भी हाल में नपा की जमीन की बंदरबाट नहीं होने देंगे।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button