सिर में मिला डेढ़ इंच का मेटल का टुकड़ा: रिकोचिट से हादसा होने की संभावना, सिर में तीन इंच अंदर घुसा मिला

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इंदौर19 मिनट पहले
इंदौर के हीरा नगर में रहने वाली 11 साल की बच्ची की गोली लगने से मौत के मामले में FSL टीम ने कई खुलासे किए हैं। बुधवार शाम FSL अधिकारी पीएम के बाद बच्ची के घर पहुंचे और मां के साथ अन्य लोगों से पूछताछ की। इसके साथ ही घटना स्थल पर सीन रीक्रिएशन भी कराया गया। एक्सपर्ट्स के अनुसार बच्ची के सिर में जो मेटल जैसा पार्ट मिला है, फिलहाल उसके बारे में निश्चित तौर पर कहना मुश्किल है कि यि टुकड़ा किस चीज का है। पढ़िए मेटल के टुकड़े को लेकर क्या बोली FSL टीम….
पिस्टल की बुलेट की क्षमता 25 गज, सिर में इस तरह से घुसना संभव नहीं
FSL अधिकारी बीएल मंडलोई के मुताबिक 11 साल की माही शिंदे के सिर में मेटल जैसा पार्ट मिला है। जिसकी परत कॉपर जैसी है। जो बच्ची के सिर में लगभग ढाई से तीन इंच अंदर घुसा था। इसे पिस्टल की गोली नही कहा जा सकता। लेकिन इस मामले में एक्सपर्ट की राय ली जा रही है। मंडलोई ने पीएम करने वाले डॉक्टर जितेन्द्र तोमर और पीएस ठाकुर से बात की। उन्होंने भी इसे पिस्टल की बुलेट जैसा मानने से इनकार किया है। अधिकारी के मुताबिक पिस्टल या हाथ से बने देसी कट्टे की रेंज 25 गज के लगभग होती है। इसे हवा में भी फायर किया जाए तो रिटर्न में यह उतनी ही तेजी और से वापस आएगा। जिसका सिर में इतना अंदर घुसना संभव नही है।
राइफल की गोली होने की आशंका
FSL अधिकारी इस मामले में राइफल से गोली चलने की आशंका जता रहे हैं। राइफल की बुलेट की रेंज खुले में फायर करने पर करीब चार किलोमीटर तक है। निशाना लगाकर मारने पर राइफल की गोली 300 मीटर दूर तक के टारगेट को भेद सकती है। इस मामले में राइफल की बुलेट का टुकड़ा टूट कर लगने की आशंका है। लेकिन अधिकारी अभी स्पष्ट रुप से कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हैं।
रिकोचिट से हो सकता है हादसा
आमतौर पर पिस्टल या राइफल से गोली चलने के बाद वह पोल या अन्य किसी भारी वस्तु से टकराकर अपनी दिशा बदल दे इसे रिकोचिट कहा जाता है। ऐसे में बुलेट की स्पीड और तेज होती है। संभवत इस तरह की घटना में यह हादसा हो सकता है।
एफएसएल अधिकारी ने कराया सीन रीक्रिएशन
एफएसएल अधिकारी बीएल मंडलोई बुधवार शाम पूरी टीम के साथ बच्ची माही के घर पहुंचे थे। यहां मां रक्षा से बात की। उनसे बैठने की दिशा के बारे में पूछा। वहीं घटनास्थल पर ले जाकर भी मौका मुआयना किया। एफएसएल अधिकारी के मुताबिक गोली चलने की दिशा को लेकर भी कोई स्पष्टता मामले में नहीं दिख रही है। बच्ची के सिर में मिले पार्ट को जांच के लिए भी भेजा जाएगा।
यह है पूरा मामला
इंदौर में 11 साल की बच्ची की सिर में गोली लगने से मौत हो गई। बच्ची मां की गोद में बैठकर गरबा देख रही थी। तभी उसके सिर से अचानक खून का फव्वारा फूट पड़ा। मां को कुछ समझ नहीं आया और वह बेटी को लेकर सीधे अस्पताल पहुंची। घटना मंगलवार रात करीब 10.30 बजे की है। बच्ची ने 12 घंटे तड़पने के बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया। गोली किसने चलाई अबतक इसका पता नहीं चल पाया है। पूरी खबर यहां पढ़ें
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