सागर गौरव दिवस के लिए 2 करोड़ स्वीकृत: पद्मश्री रामसहाय पांडेय मुख्य कार्यक्रम में देंगे राई नृत्य की प्रस्तुति, मुख्यमंत्री आएंगे

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सागर17 मिनट पहले

गौरव दिवस की तैयारियों को लेकर चर्चा करते हुए जनप्रतिनिधि और नागरिक।

डॉ. हरिसिंह गौर जयंती के मौके पर सागर गौरव दिवस 26 नवंबर को मनाया जाएगा। मुख्य कार्यक्रम तीनबत्ती तिराहे पर होगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल होंगे। वे 26 नवंबर शाम 5 बजे सागर आएंगे और करीब 3 घंटे रुकेंगे। मुख्य कार्यक्रम में पद्मश्री रामसहाय पांडेय बुंदेली राई नृत्य की प्रस्तुति देंगे। साथ ही उनका सम्मान किया जाएगा। इसके अलावा डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय से पढ़कर निकले छात्र जो आज उच्च पदों पर देशभर में पदस्थ हैं, उन्हें सागर बुलाया जा रहा है। गौरव दिवस पर उनका सम्मान किया जाएगा। सागर गौरव दिवस की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक बुलाई गई।

जिसमें नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सागर जिले के विकास के लिए तीन गौरव हैं। जिनका सम्मान हम सभी को हमेशा करना चाहिए। इन तीन गौरव में सबसे पहले डॉ. हरिसिंह गौर हैं। जिन्होंने अपना सर्वस्व दान करके शिक्षा का मंदिर स्थापित किया। दूसरे दया की दृष्टि से लाखा बंजारा, जिन्होंने सब कुछ त्याग करके सागर को लाखा बंजारा झील दी। इसी के साथ विकास की दृष्टि से बात की जाए तो पूर्व कलेक्टर बीआर नायडू, जिन्होंने न केवल लाखा बंजारा झील का जीर्णोद्धार करवाया, बल्कि सागर की जनता को हमेशा के लिए पेयजल संकट से उबारने के लिए सागर की लाइफ लाइन राजघाट का निर्माण कराया।

उन्होंने कहा कि गौरव दिवस के आयोजन के लिए नगरीय विकास विभाग ने 2 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है। सागर गौरव दिवस का पूरा खर्च मध्यप्रदेश सरकार भी उठा सकती है, लेकिन इस गैर राजनैतिक उत्सव को हम सागर की जनता का उत्सव बनाना चाहते हैं। इसके लिए आवश्यक है कि सभी को अपनी स्वेच्छा अनुसार जनसहयोग का अवसर मिले। आयोजन के लिए अब तक जनसहयोग से 63 लाख रुपए की राशि जुटाई जा चुकी है।
उच्च पदों पर पदस्थ गौर यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रों का होगा सम्मान
गौरव दिवस कार्यक्रम में देशभर से ऐसे सभी प्रभावशाली व्यक्तित्वों को बुलाया जा रहा है जो डॉ. गौर विश्वविद्यालय से पढ़कर निकले और आज देश में ख्याति प्राप्त कर चुके हैं और उच्च पदों तक पहुंचे हैं। इन सभी सागर के गौरवों को समारोह में सम्मानित किया जाएगा।

मंत्री सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान स्वयं सागर विश्वविद्यालय के दर्शनशास्र विभाग से पोस्ट ग्रेजुएट होकर निकले हैं। इसलिए वे छात्र जीवन से ही डॉ. गौर के विषय में पूरी जानकारी रखते हैं। मुख्यमंत्री चौहान की इच्छा थी कि डॉ. गौर की जयंती को ही सागर गौरव दिवस के रूप में मनाने की परंपरा डाली जाए। इस आयोजन में शामिल होने मुख्यमंत्री सागर आ रहे हैं और तीन घंटे से ज्यादा समय वे आयोजन में रहेंगे।

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