सागर के झोलाछाप डॉक्टर ने बिगाड़ी हालत: सस्ते इलाज के लालच में मरीज ने करवाया था रूट कैनाल, राजधानी के डॉक्टरों ने सर्जरी करके किया ठीक

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भोपाल13 मिनट पहले

कभी-कभी सस्ता इलाज जान पर भारी पड़ जाता है। झोलाछाप डॉक्टर से दांतों का इलाज कराना एक युवक को मंहगा पड़ गया। सागर के रहने वाले 23 साल के मनोज प्रजापति ने करीब 5 साल पहले एक डॉक्टर से रूट कैनाल करवाया। झोलाछाप डॉक्टर ने इलाज ठीक से न करते हुए मरीज की हालत और खराब कर दी। इसके बाद उसे भोपाल रेफर किया गया। यहां राजधानी के काउंटी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में दांत के रूट कैनाल के बिगड़े हुए हुए केस का ऑपरेशन किया गया, जिसके बाद मरीज स्वस्थ हो चुका है। डॉ. चंद्रेश शुक्ला और उनकी टीम की मेहनत के बाद मरीज अब स्वस्थ हुआ है।

सायनस में पहुंच गई फिलिंग
2017 में सागर के मनोज प्रजापति को दांतों में दिक्कत महसूस हुई। डॉक्टर को दिखाने पर उन्होंने रूट कैनाल करने को कहा। रूट कैनाल ट्रीटमेंट के जरिए संक्रमित दांतों की मरम्मत और उन्हें खराब होने से बचाया जाता है। मरीज से सस्ते इलाज के लिए एक डॉक्टर से संपर्क किया। हालांकि, इस दौरान उसे डॉक्टर की क्वालिफिकेशन की कोई जानकारी नहीं थी। डॉक्टर ने कम दाम में इलाज करने का आश्वासन दिया। झोलाछाप डॉक्टर ने गलत तरह से रूट कैनाल करके दांतों में फिलिंग के तौर पर इस्तेमाल होने वाले गटा पारचा को ज्यादा फोर्स के साथ दांतों में पुश किया। इससे फिलिंग दांतों के रास्ते सायनस में चली गई।

भोपाल के डॉक्टरों ने मरीज का सीटी स्कैन किया तो उसके मुंह में फिलिंग और इनफेक्शन से बन चुका सिस्ट नजर आया।

भोपाल के डॉक्टरों ने मरीज का सीटी स्कैन किया तो उसके मुंह में फिलिंग और इनफेक्शन से बन चुका सिस्ट नजर आया।

गलत इलाज से मुंह में बना सिस्ट
गटा पारचा एक वैक्स का बना मटीरियल होता है जो आम वैक्स से थोड़ा ज्यादा हार्ड होता है। इसकी मदद से ही दांतों में फिलिंग की जाती है। सायनस में पहुंचने की वजह से मरीज को दांतों और नाक में दर्द रहने लगा। जब वो तकलीफ लेकर डॉक्टर के पास पहुंचा तो वो लगातार मरीज को एंटीबायोटिक दवाइयां देता रहा। 5 साल तक इसी तरह इलाज कराने की वजह से मरीज के मुंह में सिस्ट बन गया। केस बिगड़ता देख झोलाछाप डॉक्टर ने मनोज को कैंसर होने की आशंका जताई और बड़े शहर में इलाज करवाने को कहा।

इसके बाद मनोज ने भोपाल के काउंटी हॉस्पिटल में संपर्क किया। यहां डॉक्टर्स की टीम ने उसका CT स्कैन किया तो पूरा मामला सामने आया। इसके बाद बुधवार को सर्जरी करके मरीज के मुंह के सिस्ट और रूट कैनाल की फिलिंग को बाहर निकाला। फिलहाल सिस्ट को बायोप्सी के लिए भेजा गया है। ये सर्जरी डेंटल वर्ल्ड एंड ओरल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर डॉ. चंद्रेश शुक्ला, डॉ म्रिनाल सतपथी और उनकी टीम ने मिलकर की।

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