Chhattisgarh

सराफा उद्योग के हित में नई नीति बनेगी: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

विश्व मानक दिवस पर बोले मुख्यमंत्री – गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की पहचान

रायपुर,14 अक्टूबर 2025। राजधानी रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में विश्व मानक दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि गुणवत्ता ही आत्मनिर्भर भारत की पहचान है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में मानकों का पालन पारदर्शिता, उपभोक्ता अधिकारों की सुरक्षा और नवाचार के लिए जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि बीआईएस का हॉलमार्क अब उपभोक्ता विश्वास का प्रतीक बन गया है। उन्होंने उपस्थित लोगों को गुणवत्ता शपथ दिलाई और कहा कि मानक राष्ट्र निर्माण की रीढ़ हैं।

कार्यक्रम में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि ‘जागो ग्राहक जागो’ अभियान समाज में गुणवत्ता और सजगता का प्रतीक बन गया है।

इस अवसर पर छत्तीसगढ़ ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कमल सोनी ने मुख्यमंत्री के समक्ष सराफा उद्योग की प्रमुख मांग स्वर्णकला बोर्ड के गठन का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि जैसे मध्यप्रदेश और राजस्थान में स्वर्णकला बोर्ड हैं, वैसे ही छत्तीसगढ़ में भी सुनारी कला और कारीगरों के संरक्षण के लिए बोर्ड बनाया जाना चाहिए।

कमल सोनी ने बताया कि BIS सराफा व्यवस्था लागू होने से व्यापार में पारदर्शिता और उपभोक्ता विश्वास बढ़ा है। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह लोकहित से जुड़ा विषय है और सरकार इस पर शीघ्र नीति बनाएगी।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न संस्थाओं और मानक क्लबों को सम्मानित किया और बीआईएस द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि सरकार सराफा व्यवसाय से जुड़ी नीतियों को सरल और पारदर्शी बनाएगी ताकि व्यापार को नई दिशा मिल सके।

इस अवसर पर एनआईटी रायपुर के निदेशक एन. व्ही. रमन्ना राव, चेम्बर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष सतीश थोरानी, कैट अध्यक्ष परमानंद जैन, इस्पात प्राधिकरण के ए.के. चक्रवर्ती और स्टील रिरोलर्स संघ अध्यक्ष संजय त्रिपाठी सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।

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