JCB के आगे बैठी महिलाएं: प्रशासनिक अमला ट्रांसपोर्ट नगर की जमीन समतल करने पहुंचा था, किसानों ने जमीन देने से मना किया

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देवास30 मिनट पहले

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पिछले 14 साल से अधर में लटका ट्रांसपोर्ट नगर प्रोजेक्ट मामला रफ्तार पकड़ने के पहले 1 बार फिर किसानों के विरोध के आगे ठंडा पड़ता दिखाई दे रहा है। मंगलवार को रसूलपुर स्थित ट्रांसपोर्ट नगर की भूमि पर प्रशासनिक अमला जमीन समतलीकरण करने पहुंचा था। लेकिन वहां के किसानों ने इस पर आपत्ति लेकर काम रुकवा दिया और कुछ महिलाएं JCB के आगे बैठ गई।

किसानों का कहना था कि वर्ष भर हम खेती का इंतजार करते है उसके बाद बच्चों का पेट भरते है। अभी हमारी गेहूं की भूमि पर जेसीबी चला दी। हम जमीन से नहीं हटेंगे। किसानों का कहना है कि हमें आज की गाइड लाइन के हिसाब से रुपए दिए जाए। सूचना मिलने पर भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंचे मौके पर मौजूद तहसीलदार से चर्चा की। उसके बाद प्रशासनिक अमला लेट गया।

2008 में बना था यह प्रोजेक्ट

देवास विकास प्राधिकरण ने साल 2008 में तत्कालीन विधायक स्व. तुकोजीराव पवार के कार्यकाल में ट्रांसपोर्ट नगर का प्रोजेक्ट तैयार किया था। प्रोजेक्ट के तहत करीब 11 हैक्टेयर जमीन पर ट्रांसपोर्ट नगर विकसित किया जाना था। जिसमें कुछ किसानों की निजी भूमि भी आ रही थी। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई हुई थी और अवॉर्ड पारित हुए थे। लेकिन करीब 22 किसानों ने राशि नहीं लेते हुए न्यायालय की शरण ली थी। किसान उस समय ज्यादा राशि की मांग कर रहे थे। इसके बाद से ट्रांसपोर्ट नगर प्रोजेक्ट अटका हुआ था। मामला बाद में हाईकोर्ट तक पहुंचा और वहां से कुछ माह पूर्व विकास प्राधिकरण के पक्ष में फैसला दिया गया था। इसके बाद पिछले दिनों प्राधिकरण ने जमीन पर कब्जा लेने की कवायद शुरू की। लेकिन पहले भी किसानों ने इसका विरोध करते हुए जमीन देने से इनकार कर दिया था।

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