ष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन: 1,69,448 गणवेश बनाएगा स्वसहायता समूह, बच्चों को 3 माह करना होगा इंतजार

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मंदसौर18 मिनट पहले

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जिले के 83 हजार से अधिक प्रावि व मावि के छात्र- छात्राओं को गणवेश मिलने में फिलहाल 3 महीने का समय और लगेगा। हालांकि प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। सोमवार को कलेक्टर गौतम सिंह ने जिले की स्व-सहायता समूह की महिलाओं के साथ बैठक में संबंधित निर्देश दिए।

कलेक्टर ने डीपीसी एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि जिले में पहली से लेकर आठवीं कक्षा तक के जो बच्चे हैं, उनके गणवेश स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाई जाएगी। ये कुल 1 लाख 69 हजार 448 ड्रेस बनाएंगी। इन समूह के द्वारा पिछले दिनों तिरंगा निर्माण, अचार चटनी निर्माण का कार्य बेहतर किया। डीपीसी को निर्देश दिए कि सभी स्कूलों को निर्देश प्रदान करें तथा स्कूलों की सूची तुरंत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को प्रदान किया जाए।

समूह को करेंगे तैयार

कलेक्टर ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन विभाग से कहा कि सूची प्राप्त होने के पश्चात कल ही स्कूल अनुसार समूह को मैप करें कि कौन से स्कूल की ड्रेस कौन-सा समूह तैयार करेगा। गणवेश आगामी 3 माह में समूह- समूह द्वारा तैयार कर ली जाएगी। चार दिनों में समूह को तैयार करें। 7 अक्टूबर तक सभी समूह को संबंधित स्कूल प्राप्त हो जाएगा।

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