Chhattisgarh

श्री श्याम मंदिर में चोरी करने के छह आरोपी जेल दाखिल

आरोपी ने पत्नी और दोस्तों के साथ माल बांटकर बनाई छिपाने की योजना

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

रायगढ़ – शहर के प्रतिष्ठित श्री श्याम मंदिर से आभूषण और नकदी चोरी करने एवं सुनियोजित षड्यंत्र से चोरी का माल बांटकर छिपाने के एक महिला सहित छह आरोपियों को लगभग सत्ताईस लाख रुपये मूल्य की चोरी की गई संपत्ति की बरामदगी के साथ कोतवाली पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उन्हें न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया।


पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज डॉ. संजीव शुक्ला ने इस सनसनीखेज चोरीकाण्ड का खुलासा करते हुये बताया विगत 13-14 जुलाई की रात अज्ञात आरोपी ने मंदिर के मुख्य द्वार और गर्भगृह का ताला तोड़कर श्याम बाबा का सोने का मुकुट , कुण्डल , चार नग छत्तर , गलपटिया समेत करीब पच्चीस लाख रुपये के धार्मिक आभूषण और दानपेटी से दो लाख रुपये नकद लेकर फरार हो गया था। घटना की रिपोर्ट श्री श्याम मंदिर मंडल अध्यक्ष बजरंग लाल अग्रवाल द्वारा थाना कोतवाली में दर्ज कराई गई थी , जिसके आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 331(4), 305 बीएनएस के तहत अपराध क्रमांक 335/2025 कायम किया गया।

आईजी डॉ० संजीव शुक्ला भी रायगढ़ पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किये और विशेष टीम की मीटिंग लेकर उन्हें महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये। पुलिस ने सौ से ज़्यादा सीसीटीवी फूटेज खंगाले और सवा लाख मोबाइल नंबर की जाँच शुरू की। पुलिस को मिली लीड सूचना के आधार पर ओड़िशा बार्डर के पास एक गांव में सारथी यादव को धर दबोचा गया। पूछताछ में आरोपी ने जुर्म कबूल करते हुये बताया कि वह 13 जुलाई की रात मंदिर के मेन गेट का ताला तोड़कर गर्भगृह से सोने का मुकुट , गलपटिया , कुण्डल और छत्तर चुराकर दान पेटी से नकदी रकम समेटी। चोरी का सारा माल बोरी में भरकर पैदल रेल पटरी के रास्ते कोतरलिया – महापल्ली होते हुये दियाडेरा पहुंचा और वहां से अपनी पत्नी नवादाई को फोन कर गांव के मानस भोय को मोटरसायकल लेकर बुलाया। गांव लौटने के बाद उसने अपनी पत्नी नवादाई , मानस भोय और उसके भाई उपेन्द्र भोय और गांव आये बरगढ़ ओड़िशा के परिचित विजय उर्फ बिज्जु प्रधान , दिव्य प्रधान को पूरी घटना की जानकारी दी और माल को छिपाने तथा बेचने की योजना साझा की। रायगढ़ पुलिस ने सभी आरोपियों के मेमोरेंडम कथनों के आधार पर चोरी किये गये सारे जेवरात , नकदी , घटना में प्रयुक्त लोहे का रॉड , एक मोटरसाइकिल और वारदात के समय पहना गया संतरा रंग का टी-शर्ट बरामद किया है , जिसकी कुल कीमत लगभग सत्ताईस लाख रुपये है।

प्रकरण में धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने , संगठित अपराध की धारा-238 , 299 , 111 , 3(5) बीएनएस बढ़ाई गई। धारा सदर अपराध सबूत पाये जाने से कोतवाली पुलिस ने सभी आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उन्हें न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया। पुलिस महानिरीक्षक महोदय द्वारा चोरी की घटना को सुलझाने में मदद करने वाले सभी पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र दिया गया। साथ में रायगढ़ पुलिस द्वारा माह जुलाई में चलाये जा रहे सीसीटीवी के विशेष अभियान “सुरक्षित सुबह” से सभी नागरिकों को जुड़ने के लिये प्रेरित किया गया एवं जिन नागरिकों के सीसीटीवी से अपराध निकल में सहायता मिली उन्हें भी सम्मानित किया गया।

गिरफ्तार आरोपीगण –

सारथी यादव पिता गोलबदन यादव उम्र 33 वर्ष , नवादाई पति सारथी उर्फ वोट यादव उम्र 28 वर्ष , मानस भोय पिता सुशील भोय उम्र 23 वर्ष , उपेन्द्र भोय पिता सुशील भोय उम्र 30 वर्ष सभी ग्राम – ठेंगागुड़ी , थाना – सरिया , जिला – सारंगढ़ बिलाईगढ़।‌ दिव्य किशोर प्रधान पिता स्व. भोला नाथ प्रधान 34 वर्ष निवासी ग्राम – धुनीपाली , थाना – भठली , जिला – बरगढ़ (उड़ीसा) और विजय उर्फ विज्जु प्रधान पिता झसकेतन प्रधान 34 वर्ष निवासी ग्राम – बडमाल , थाना – भठली , जिला – बरगढ़ (उड़ीसा)।

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