शुजालपुर में फिर ब्लास्ट हो सकता है ट्रांसफॉर्मर: भास्कर पड़ताल में सामने आया, 50 ट्रांसफॉर्मर फूटने की कगार पर, अफसर बोले क्षमता बढ़ाएंगे

[ad_1]

  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Shajapur
  • Shujalpur
  • Bhaskar Came To The Fore In The Investigation, 50 Transformers On The Verge Of Bursting, The Officers Said That They Will Increase The Capacity

शुजालपुर38 मिनट पहले

शुजालपुर सब डिवीजन के कालापीपल तहसील के ग्राम मोहम्मदपुर मछनई में 2 दिन पहले हुए बिजली ट्रांसफार्मर में ब्लास्ट के पीछे की हकीकत भास्कर ने पड़ताल की तो सामने आया कि शुजालपुर सब डिवीजन में ऐसे 50 से अधिक स्थान है, जहां ट्रांसफार्मर ओवरलोड है और वहां इसी तरह की घटनाएं कभी भी हो सकती है। बिजली कंपनी द्वारा बिजली कनेक्शन के लोड के हिसाब से 25 हॉर्स पावर, 63 हॉर्स पावर, 75 हॉर्स पावर, 100 हॉर्स पावर, 200 हॉर्स पावर से लेकर 350 हॉर्स पावर तक के ट्रांसफार्मर लगाए जाते हैं।

शुजालपुर सब डिवीजन की कालापीपल तहसील के ग्राम मोहम्मदपुर मछनई में अचानक 100 हॉर्स पावर का ट्रांसफार्मर ब्लास्ट होने व 100 फीट ऊंचाई तक आग का गोला उठने की घटना का वीडियो वायरल हुआ है। भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि शुजालपुर सब डिवीजन के 7500 ट्रांसफार्मर में से करीब 50 ऐसे ट्रांसफार्मर अभी भी है, जहां कम क्षमता के ट्रांसफार्मर लगे होने से ऐसे हादसे की पुनरावृत्ति हो सकती है। किसानों को बिजली कनेक्शन देने के लिए कंपनी द्वारा अभियान चलाने से लेकर कार्रवाई तक की जाती है, लेकिन एक ही ट्रांसफार्मर पर क्षमता से अधिक बिजली कनेक्शन होने के बाद भी विद्युत विभाग इन ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का काम आवश्यकता के हिसाब से नहीं कर पाता। इसका नतीजा यह होता है कि एक ही ट्रांसफार्मर पर लोड अधिक हो जाता है और ट्रांसफार्मर की हॉर्स पावर क्षमता कम होने से उसके बार-बार खराब होने व ब्लास्ट होने जैसी संभावनाएं बनती है।

मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी उप संभाग शुजालपुर के कार्यपालन यंत्री राजीव पटेल के अनुसार वरिष्ठ कार्यालय को समय-समय पर डिमांड के अनुरूप ट्रांसफार्मर की मांग भेजी जाती है। वर्तमान में 50 से अधिक स्थान ऐसे हैं जहां अधिक क्षमता के ट्रांसफार्मर की आवश्यकता है लेकिन उपलब्धता के अभाव में कम क्षमता के ट्रांसफार्मर पर ही अधिक लोड लेकर विद्युत प्रदाय किया जा रहा है।

4 जगह सबसे ज्यादा खतरा
इन 50 में से 4 स्थान ऐसे हैं जहां इसी तरह के ब्लास्ट या बार-बार ट्रांसफार्मर खराब होने का खतरा लगातार बना हुआ है। 200 से 350 हॉर्स पावर की क्षमता का ट्रांसफार्मर अपेक्षित होने के बाद भी इससे कम क्षमता के ट्रांसफार्मर से बिजली कंपनी मजबूरन सप्लाई कर रही है।

जुगाड़ टेक्नोलॉजी पड़ी भारी
मोहम्मदपुर के ग्रामीणों ने 200 हॉर्स पावर की क्षमता का ट्रांसफार्मर खराब होने के बाद बिजली कंपनी से अधिक क्षमता या पूर्व अनुसार क्षमता का ट्रांसफार्मर मांगा था। ट्रांसफार्मर उपलब्ध न होने पर बिजली कंपनी के कर्मचारियों, अधिकारियों ने जुगाड़ टेक्नोलॉजी के माध्यम से किसानों को 100 हॉर्स पावर की क्षमता के दो ट्रांसफार्मर दे दिए। गांव में एक ट्रांसफार्मर पर हद से ज्यादा ओवरलोड होने पर आइल गर्म हुआ और इस ट्रांसफार्मर में कूलिंग का काम करने वाले ट्रांसफार्मर ब्रिदर के पास लगे केप को लगाने के दौरान खोलना भूलने से हिट याने गर्मी नियंत्रित न होने से ब्लास्ट की स्थिति बनी। इसको खोलने की जिम्मेदारी भी बिजली कर्मचारियों की होती है, लेकिन बिजली कर्मचारियों ने यह नहीं किया।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button