शिव मंदिर में स्टूडेंट की मौत केस में ट्विस्ट: ग्वालियर पुलिस बता रही हत्या; एक्सपर्ट बोले- जरा सी ब्लीडिंग में मौत संभव

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ग्वालियर8 घंटे पहले
ग्वालियर के शिव मंदिर में CA के छात्र की मौत मामले में ट्विस्ट आ गया है। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस का कहना था कि किसी ने पीछे से वार कर हत्या की है। वहीं, जांच के बाद फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने बताया कि छात्र की मौत गिरने के बाद लगी काउंटर कूप इंजुरी से हो सकती है। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में भी गिरने से चोट लगने की पुष्टि हुई है। आखिर छात्र की गिरने से मौत कैसे हो सकती है? मामले में दैनिक भास्कर ने पुलिस और GMRC के फॉरेंसिक एक्सपर्ट से बात की। पढ़िए एक्सपर्ट का क्या है कहना….
इससे पहले पढ़िए, पूरा मामला
शहर के गोल पहाड़िया तिघरा रोड पर रहने वाला रिंकू उर्फ अमर पिता रामबाबू रजक स्टूडेंट था। वह CA (चार्टड अकाउंटेंट) की पढ़ाई कर रहा था। सोमवार सुबह 6.30 बजे छात्र घर के पास स्थित पुराने शिव मंदिर में पूजा करने गया था। कुछ देर बाद जब लोग यहां पहुंचे, तो देखा कि मंदिर में खून ही खून पड़ा है। छात्र मंदिर में शिवलिंग के पास पड़ा था। वहां भी चारों तरफ खून फैला था।
मंदिर के सामने जनकगंज थाना की गोल पहाड़िया पुलिस चौकी है। लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छात्र को जयारोग्य अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक पड़ताल के बाद पुलिस ने छात्र की हत्या होने की आशंका जताई थी। कहा था कि छात्र मंदिर में दर्शन करने झुका होगा, उसी समय किसी ने वार किया होगा, जिससे वह वहीं पड़ा रह गया।

वारदात के बाद फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पर जांच की। पुलिस ने आसपास के CCTV फुटेज भी खंगाले। साथ ही छात्र की कॉल डिटेल भी देखेगी।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट ने बदल दी कहानी- गिरने और ब्लीडिंग से मौत
फॉरेंसिक एक्सपर्ट और सीनियर साइंटिस्ट अखिलेश भार्गव ने बताया कि छात्र मंदिर में पूजा करने आया था। मंदिर का दरवाजा इतना छोटा है कि उसमें बमुश्किल अंदर मूर्ति तक हाथ पहुंचता है। छात्र ने मंदिर के गेट की दीवार पर एक हाथ रखकर दूसरा हाथ अंदर बढ़ाया होगा। जब उसका वजन एक हाथ पर पड़ा, तो हाथ दीवार से फिसल गया होगा। ऐसे में वह काफी फोर्स के साथ शिवलिंग या अन्य मूर्ति पर गिरा है। उसके चेहरे पर चोट लगी थी। उसका चश्मा भी टूटा है। जिसके कांच के टुकड़े भी वहां से मिले हैं। छात्र के सिर पर इसके अलावा कहीं भी घाव या चोट नहीं है। संभवत: गिरने और ब्लीडिंग होने से उसकी मौत हुई है।

GRMC में फॉरेंसिक साइंस के सहायक प्राध्यापक डॉ. वाघमारे ने बताया कि सिर सबसे नाजुक हिस्सा होता है। यहां चोट लगने पर मौत संभव है।
जरा सी ब्लीडिंग में मौत संभव: प्रोफेसर बाघमारे
गजराराजा मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक साइंस विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. चन्द्रशेखर वाघमारे ने बताया कि शरीर का सबसे नाजुक हिस्सा सिर होता है। इसमें चोट या किसी धमक और सिर में जरा सी ब्लीडिंग होने पर मौत संभव है। इंजुरी (चोट) दो प्रकार की होती है। एक कूप इंजुरी और दूसरी काउंटर कूप इंजुरी।
कूप इंजुरी में कोई व्यक्ति कुछ मारता है, तो जहां वार किया जाता है, ब्लीडिंग वहीं से होती है। वहीं, काउंटर कूप इंजुरी में उल्टा है। जहां चोट लगती है, ब्लड उसके विपरीत जगह से निकलता है। अमर रजक के केस में भी ऐसा ही है। संभवत: मंदिर में मूर्ति को टीका लगाने काफी झुकना पड़ता है। छात्र झुका है, तभी वह फोर्स केस साथ गिरा है। सिर में चोट लगी, नाक से ब्लीडिंग हुई। ज्यादा ब्लीडिंग होने से मौत हो गई। छात्र गिरा या उसे फोर्स से धक्का देकर गिराया गया, यह पहेली अनसुलझी है। एक्सपर्ट भी गिरना बता रहे हैं, लेकिन उसे धक्का भी दिया जा सकता है, इससे इनकार नहीं किया सकता।
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ग्वालियर में छात्र सुबह साढ़े छह बजे मंदिर में दर्शन करने पहुंचा। शिवलिंग के सामने सिर झुकाते ही उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस और फॉरेंसिंक साइंस एक्सपर्ट मामले की जांच कर रहे हैं।CA की तैयारी कर रहे छात्र की सोमवार सुबह शिव मंदिर में हत्या कर दी गई। छात्र शिव मंदिर में भगवान की पिंडी पर सिर झुका रहा था, तभी उसके सिर पर पीछे से किसी ने धारदार हथियार से हमला किया। अचानक हमले से छात्र पिंडी के पास गिरा और वहां खून ही खून बिखर गया। जब लोग मंदिर पहुंचे, तो छात्र को लहूलुहान पड़ा देखा। ग्वालियर में शिव मंदिर में छात्र की हत्या

फोरेंसिक एक्सपर्ट घटनास्थल पर जांच करते हुए।
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