शिवराज के मंत्री बोले-सड़कों की मरम्मत के लिए बजट नहीं: दूसरे मंत्री ने कहा-पैसों की कमी नहीं; कांग्रेस बोली-सही कौन?

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भोपाल4 घंटे पहलेलेखक: विजय सिंह बघेल
मध्यप्रदेश की सड़कें इन दिनों सुर्खियों में है। इतनी सुर्खियों में कि एक सड़क के लिए तो केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को माफी मांगनी पड़ी थी। सड़कों की बदहाली पर खुद सीएम शिवराज सिंह ने भी अफसरों की क्लास ले ली थी। उन्होंने अफसरों को जल्द ही सड़कें सुधरवाने के निर्देश दिए थे, लेकिन हालात कुछ ज्यादा नहीं बदले।
अब सड़कों की रिपेयरिंग को लेकर फंड पर दो मंत्रियों के बयान सुर्खियों में हैं। प्रदेश के PWD मंत्री गोपाल भार्गव ने दो दिन पहले कहा था कि सड़कों की रिपेयरिंग के लिए पैसा नहीं है, जबकि उन्होंने ही अपने एक बयान में कहा था कि एक महीने में MP की सड़कों को गड्ढा मुक्त कर देंगे। इधर, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह का कहना है कि बजट की कोई कमी नहीं है।
सबसे पहले जान लेते हैं दोनों मंत्रियों के बयान…
सड़कें सुधारने के लिए बजट नहीं: गोपाल भार्गव
9 नवंबर की रात सीएम हाउस में आयोजित डिनर और मीटिंग में शामिल होने पहुंचे PWD मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा- जैसे ही बजट का आवंटन होगा, सड़कें ठीक करवा दी जाएंगी। अभी उस मद में राशि नहीं है, लेकिन हम काम करवाएंगे। उन्होंने दावा किया कि 8 महीने में जून के पहले हम भोपाल की सभी सड़कों को गड्ढा विहीन कर देंगे। मंडला की सड़क को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के माफी मांगने को लेकर उन्होंने कहा था-गलती सुपरविजन अथॉरिटी की थी। उसके लिए कई बार NHAI और आरडीसी को लिखा जा चुका था। दो साल से उसका ठेका टर्मिनेट करने का चल रहा था, लेकिन किसी कारणवश नहीं हो सका।

बजट की कोई कमी नहीं: भूपेन्द्र सिंह
नगरीय प्रशासन मंत्री और भोपाल जिले के प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने गोपाल भार्गव के बयान पर गुरुवार को कहा- विभाग के बारे में वही बता पाएंगे, लेकिन मुझे जो जानकारी है कि जहां पर भी जितने बजट की जरूरत है, उतना सरकार के पास उपलब्ध है। भूपेन्द्र सिंह से जब पूछा गया कि आपके और भार्गव के विभाग में कुछ मतभेद हैं क्या? इस पर उन्होंने कहा- कोई मतभेद नहीं हैं। नगर निगम की सड़कें और पीडब्ल्यूडी की सड़कें अलग-अलग हैं।

भोपाल के बोगदा पुल की सड़क काफी जर्जर है। इस रास्ते से प्रतिदिन लाखों लोग गुजरते हैं। खराब सड़कों से वाहनों को नुकसान हो रहा है। चालकों को शारीरिक समस्याएं होने लगी हैं।
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CM ने 15 दिन में सड़कों की मरम्मत के दिए थे निर्देश
प्रदेश में हुई मूसलाधार बारिश ने सड़कों की सूरत बिगाड़ कर रख दी है। दूरस्थ ग्रामीण अंचलों से लेकर राजधानी में सड़कों की हालत खस्ता है। पिछले 25 अक्टूबर की देर रात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भोपाल के हमीदिया रोड का निरीक्षण कर हालात देखे थे। अगले सुबह ही नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के अफसरों को बुलाकर 15 दिनों में सड़कों की रिपेयरिंग करने के निर्देश दिए थे। सीएम द्वारा दी गई मोहलत पूरी हो चुकी है, लेकिन कई इलाकों में सड़कें अब भी जस की तस हैं।

हमीदिया रोड पर इतनी धूल उड़ती है कि डिवाइडर पर धूल की मोटी परत जम गई है। पूरी सड़क उखड़ी हुई है। बारीक गिट्टी पर वाहन फिसलकर रोज हादसे भी होते हैं।
इन सड़कों की सुध लेना जरूरी
- जहांगीराबाद, जिंसी चौराहा, पुल बोगदा में भी सड़कें खस्ता हाल है।
- रायसेन रोड पर इंद्रपुरी, आनंदनगर
- एमपी नगर में गवर्नमेंट प्रेस के पास
- बावड़ियाकलां, सलैया, लहारपुर, कटारा, करोंद, छोला
- 15 किलोमीटर कोलार रोड पर हाल ही में पेंचवर्क कराया गया है। हालांकि, समस्या दूर नहीं हुई है। मंदाकिनी, डीमार्ट, पुलिया हाउसिंग सोसायटी, गेहूंखेड़ा से लेकर बैरागढ़ चिचली तक सड़क जर्जर हालत में है।

भार्गव बोले थे- एक महीने में MP को गड्ढा मुक्त कर देंगे
29 अक्टूबर को भोपाल के श्यामा प्रसाद मुखर्जी नगर में कोलार सिक्स लेन के भूमिपूजन कार्यक्रम में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव ने सीएम की मौजूदगी में कहा कि प्रदेश में कई बार सड़कें खराब बन रही हैं। रोड डेवलमेंट कॉर्पोरेशन इन सड़कों का मेंटेनेंस करता है, लेकिन वो अधूरा ही रहता है। जैसे- पीडब्ल्यूडी की सड़क साथ में जुड़ी होती हैं। इनको चिन्हित नहीं कर पाते कि ये किसकी सड़क है। दावा किया कि अगले एक महीने में प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त कर देंगे। यहां पढ़ें पूरी खबर…

कोलार सिक्स लेन के भूमिपूजन कार्यक्रम में मंत्री भार्गव ने एक महीने में एमपी को गढ्ढा मुक्त करने का दावा किया था।
कांग्रेस की मांग- सरकार श्वेत पत्र जारी करे
मामले में कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा- मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले छह बजे अधिकारियों से साथ बैठक में रोष जताया था कि जब राजधानी में सड़कों की हालत इतनी खराब है, तो प्रदेश की सड़कें कैसी होंगी। उसके पहले उन्होंने कहा था कि मप्र की सड़कें वॉशिंगटन से बेहतर हैं। मुख्यमंत्री जी कहते हैं, विकास के लिए पैसों की कमी नहीं होने दूंगा। सरकार के पास खूब पैसा है। तीसरी बात भूपेन्द्र सिंह कह रहे हैं, हमारे पास सड़कों के लिए खूब पैसा है। तो सच्चाई क्या है? जो भ्रम की स्थिति है, उसे लेकर सरकार को श्वेत पत्र जारी कर स्थिति साफ करनी चाहिए।
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राजधानी में सड़कों की दुर्गति देख भड़के CM

25 अक्टूबर की रात सीएम ने भोपाल के हमीदिया रोड, शाहजहानाबाद का निरीक्षण किया। अगली सुबह अफसरों की क्लास लेते हुए 15 दिनों में सड़कें सुधारने की मोहलत दे दी। बैठक में सीएम ने कहा ‘मैं कल अचानक भोपाल की सड़कों पर निकला। हमीदिया रोड से शाहजहानाबाद होते हुए गुजरा। मुझे कल्पना नहीं थी कि सड़कों की हालत इतनी ज्यादा खराब होगी। ये रोड किसके पास है। यहां पढ़ें पूरी खबर….
खराब सड़क पर मंत्री का मूड खराब

मध्य प्रदेश में जबलपुर-मंडला के बीच बनाए जा रहे नेशनल हाईवे के काम से केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी नाखुश हैं। उन्होंने इसके लिए माफी मांगी है। साथ ही मौजूदा काम को रोककर नया टेंडर निकालने को कहा है। गडकरी ने जनता से मांगी माफी
ऊर्जामंत्री ने सड़क बनने तक त्यागे जूते-चप्पल

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपने इलाके में सड़कें न बनने से नाराज होकर 20 दिन पहले जूते-चप्पल पहनना छोड़ चुके हैं।
अपने विधानसभा क्षेत्र में सड़कें नहीं बनने से नाराज मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने जूते-चप्पल त्याग दिए हैं। सड़कें नहीं बनने पर उन्होंने जनता से माफी भी मांगी। एक रहवासी समस्या सुनाने आया तो मंत्री उसके पैरों में झुक गए। ग्वालियर में सड़कें नहीं बनने से नाराज सिंधिया समर्थक ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने गुरुवार को जूते-चप्पल पहनने छोड़ दिए। उन्होंने सड़कें न बनवा पाने पर शहर की जनता से माफी भी मांगी है। यहां पढ़ें पूरी खबर….
जिन सड़कों से गुजरे CM, उनकी हकीकत

सड़क से डामर गायब है। धूल के गुबार उठ रहे हैं। धूल इतनी कि गाड़ी चलाना मुश्किल है। सबसे ज्यादा परेशान बाइक-स्कूटर चलाने वाले हैं। ऐसा नजारा दिखा भोपाल के अल्पना तिराहे पर। यह राजधानी के सबसे व्यस्त तिराहे में से एक है। प्रदेश के दूसरे शहरों से भोपाल आने वाले राहगीरों को पहले इसी से दो-चार होना पड़ता है। यहां पढ़ें पूरी खबर
भोपाल में सड़कों को लेकर ननि-पीडब्ल्यूडी आमने-सामने

दो दिन हुई रिकॉर्ड बारिश ने राजधानी की सड़कें छलनी कर दी। करीब डेढ़ हजार किलोमीटर सड़कों पर एक से दो फीट तक गहरे गड्ढे गए। पीडब्ल्यूडी की 27 सड़कें भी छलनी हुईं। इनमें से 18 सड़कों के खस्ताहाल होने के लिए पीडब्ल्यूडी ने नगर निगम को जिम्मेदार माना है। बकायदा, निगम को रिन्युवल के लिए लैटर भी लिखा है। निगम ने इन सड़कों को पानी और सीवेज लाइन बिछाने के लिए खोदा था। पहले से जर्जर सड़कें बारिश में गड्ढों में गायब हो गई है। यहां पढ़ें पूरी खबर
MP के नेशनल-स्टेट हाईवे की असलियत

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जबलपुर-मंडला के बीच बन रहे नेशनल हाईवे के काम को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी। केंद्र और राज्य सरकार अपनी सड़कें बेहतर हाेने का दावा करते हैं। दैनिक भास्कर टीम ने मध्य प्रदेश में नेशनल व स्टेट हाईवे का जायजा लिया। इसमें सरकार के दावों की पोल खुल गई। दोनों ही हाईवे की स्थिति बदतर है। यहां पढ़ें पूरी खबर
वीडी शर्मा बोले- मंत्री माेहल्ले की सड़क के लिए चिंतित
मप्र में सड़कों को लेकर सियासत चल रही है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने पिछले हफ्ते अपने इलाके की खराब सड़कों की हालत से नाराज होकर जूते-चप्पल पहनना छोड़ दिया। सिंधिया के कट्टर समर्थक कहे जाने वाले मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के इस कदम पर मप्र भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीड़ी शर्मा ने कहा- मप्र में विकास के पैमाने बदल गए हैं। अब लोग सड़क, बिजली पानी के अलावा गांव में मोबाइल नेटवर्क, 5जी सर्विस जैसी सुविधाओं की मांग करते हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर….
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