Chhattisgarh

SSP सदानंद कुमार का वर्चुअल Crime Meeting में थाना प्रभारियों को निर्देश “एक्स्ट्रा अलर्ट रहकर कार्य करें थाना प्रभारी और जवान”….

स्थायी वारंटों की तामिली के स्तर पर जताए असंतोष, फरार आरोपियों और स्थायी वारंटियों की लिस्टिंग कर कार्यवाही के निर्देश….

रायगढ़ ,15 अप्रैल । आज सुबह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार द्वारा पुलिस कार्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष से जिले के राजपत्रित पुलिस अधिकारियों, थाना/चौकी प्रभारियों के साथ वर्चुअल क्राइम मीटिंग लिया गया । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि क्राइम मीटिंग वन-टू-वन होनी थी पर परिस्थितियों के अनुरूप वर्चुअल मीटिंग रखा गया है । उन्होंने वर्तमान समय को देखते हुए पुलिस अधिकारी और जवानों को एक्स्ट्रा अलर्ट रहकर कार्य करने की आवश्यकता बताये ।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा धरमजयगढ़ अनुविभाग के थानों से क्राईम मीटिंग की शुरूवात कर सभी थानों के लंबित अपराध, लंबित मर्ग, शिकायत, गुम इंसान, फरार आरोपियों पर कार्यवाही, संमंस/वारंटों की तामिली तथा थाने के अन्य महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी लेकर समीक्षा किया गया । एसएसपी सदानंद कुमार द्वारा पिछले क्राइम मीटिंग में दिए गए निर्देशों के अनुरूप संतोषजनक कार्यवाही नहीं पाये जाने पर कई थाना प्रभारियों को फटकार लाये । उन्होंने 15 दिन का टारगेट देकर सभी प्रभारियों को 2023 से पहले के लंबित अपराधों, मर्ग का निकाल कर अच्छा कार्य कर दिखाने कहा गया है।



मीटिंग में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा एडिशनल एसपी संजय महादेवा को संमंस, वारंट सेल के माध्यम से जिले के सभी स्थायी वारंटियों और फरार आरोपियों की स्टेट वाइज लिस्टिंग कर वारंटी और फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम तैयार कर दिगर प्रांत शीघ्र भेजने निर्देशित किया गया है। गुम नाबालिगों की जांच में साइबर सेल की मदद से खोजबिन का सार्थक प्रयास करने कहा गया है तथा प्रत्येक भूमि विवाद एवं प्रतिबंधक कार्यवाही में पृथक से बाउंड ओव्हर की कार्यवाही का निर्देश दिया गया है । सड़क दुर्घटना के दर्ज मामलों में त्वरित रूप से जांच के निर्देश दिए जिससे पीड़ित परिवार को शीघ्र मुआवजा, क्षतिपूर्ति राशि दिलाया जा सके।

एसएसपी सदानंद कुमार द्वारा थाना चौकी प्रभारियों को चुनावी साल के मद्देनजर एक्स्ट्रा अलर्ट होकर कार्य करने की आवश्यकता बताए उन्होंने थाना प्रभारियों को क्षेत्र के सभी सामाजिक संगठनों, जन प्रतिनिधियों, ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों से लगातार संपर्क में रहने के निर्देश दिये तथा समय-समय पर धार्मिक आयोजन, समाजिक रैली इत्यादि के आयोजन पूर्व प्रशासनिक अमले के साथ संगठनों से चर्चा कर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा गया है । उनके द्वारा सोशल मीडिया व्हाट्सएप इत्यादि का थाना प्रभारियों को बेहतर उपयोग करने की हिदायत दिए तथा पूर्व की भांति विजुअल पुलिसिंग पर फोकस करने कहा गया है।

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